/newsnation/media/post_attachments/images/2019/11/05/ajitpawar1-15.jpg)
एनसीपी के नेता अजीत पवार( Photo Credit : ANI)
महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार बनाने को लेकर लगातार बीजेपी और शिवसेना के बीच खींचतान चल रही है. इस बीच कांग्रेस (Congress) और राकापां (NCP) का प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात किया है. इस दौरान एनसीपी के नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने राज्यपाल से ये मांग की है.
यह भी पढ़ेंः शिवसेना ने अभी तक नहीं दिया कोई प्रस्ताव, सरकार तो बीजेपी की बनेगी: चंद्रकांत पाटिल
राज्यपाल से मुलाकात के बाद अजीत पवार ने कहा कि राज्यपाल से बेमौसम बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान पर चर्चा हुई. सांगली और कोल्हापुर के लिए सरकार की ओर से घोषित वित्तीय सहायता अभी तक किसानों तक नहीं पहुंची है, इसलिए हमने सभी किसानों को जल्द-जल्द से वित्तीय सहायता और अन्य मदद करने की मांग की है.
Ajit Pawar, NCP after delegation of NCP&Congress met #Maharashtra Governor: Discussion was held on the losses caused to farmers due to unseasonal rains. Financial assistance announced by govt for Sangli&Kolhapur has not reached farmers yet,so we asked for help to all farmers. pic.twitter.com/zpTs8D7MbY
— ANI (@ANI) November 5, 2019
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नजीते 24 अक्टूबर आने के बाद भी अभी तक सरकार का गठन नहीं हो सका है, क्योंकि बीजेपी और शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. बीजेपी जहां सीएम पद देने के लिए तैयार नहीं है तो वहीं शिवसेना 50-50 फॉर्मूला पर अड़ी हुई है. इस बीच कांग्रेस और एनसीपी भी सरकार बनाने की जुगाड़ में जुटी है. शिवसेना को उम्मीद है कि अगर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार नहीं बनती है तो उसे कांग्रेस-राकांपा का समर्थन मिल सकता है.
यह भी पढ़ेंः PM नरेंद्र मोदी बोले- साइंस में Failure नहीं होते, सिर्फ Efforts, Experiments और ये होते हैं
इस बीच शिवसेना के पास से ये खबर आ रही है कि महाराष्ट्र की राजनीति में अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी की ओर से बातचीत की पहल बंद होने के बाद शिवसेना ने 48 घंटे और इंतजार करने का फैसला किया है. इसके बाद शिवसेना प्लान B पर काम शुरू कर सकती है. इसके तहत शिवसेना और एनसीपी मिलकर सरकार बना सकते हैं, जबकि कांग्रेस इस सरकार को बाहर से समर्थन दे सकती है. बताया जा रहा है कि शिवसेना जल्द ही कोई बड़ी घोषणा कर सकती है.
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर जारी खींचतान के बीच शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने एक और बयान दिया था. उन्होंने कहा कि लोगों को जल्द ही इस बात की जानकारी हो जाएगी कि उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में होगी. साथ ही कहा कि महाराष्ट्र में असमय हुई बारिश के कारण किसानों की फसल के नुकसान के लिए राज्य सरकार की ओर से दस हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा अपर्याप्त है. सत्ता में होगी शिवसेना