Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. नागपुर हिंसा में दंगाईयों ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की. उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों का शरीरिक शोषण किया. इसके अलावा, महाराष्ट्र गृह विभाग को अंदेशा है कि नागपुर में हुए पथराव का पैटर्न कश्मीर में होने वाले पथराव की तरह ही है.
महिला पुलिसकर्मियों के साथ छेड़छाड़
नागपुर पुलिस से महिला पुलिसकर्मियों ने शिकायत की है. महिला पुलिसकर्मियों ने शिकायत करते हुए कहा कि दंगाईयों की भीड़ ने उनके साथ बदलसलूकी की. उन्होंने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की. उनकी वर्दी खींची और दंगाईयों ने उन्हें अश्लील हरकत वाले इशारे भी किए. पुलिस ने महिला पुलिस कर्मियों की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है. आरोपियों की पहचान की जा रही है.
कश्मीर पैटर्न वाला पथराव
इस बीच, महाराष्ट्र के गृहविभाग के सूत्रों का कहना है कि नागपुर में हुए पथराव का पैटर्न कश्मीर स्टोन पेल्टिंग की तरह दिखाई दे रहा है. सिर्फ चार घंटे के अंदर लोगों तक मैसेज देकर उन्हें मोबलाइज करना, हमले के लिए आसपास के पत्थरों का इस्तेमाल करना, पुलिस को टार्गेट करने जैसी कई सारी समानताएं नजर आ रहीं हैं. इसलिए कश्मीर स्टोन पेल्टिंग पैटर्न के एंगल से भी मामले की जांच की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि नागपुर दंगे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी जाएंगी.
बता दें, आज शाम नागपुर के सुरक्षा इंतजाम का रिव्यू किया जाएगा. मीटिंग में ही तय किया जाएगा कि कर्फ्यू को जारी रखना है या फिर नहीं. पुलिस आयुक्त रवींद्र कुमार सिंगल ने बताया कि कानून-व्यवस्था अब नियंत्रण में है. हालांकि, शहर के कई सारे संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू अभी जारी है. संवेदनशील इलाकों में दो हजार से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
ये है पूरा मामला
बता दें, नागपुर के मध्य स्थित महल इलाके के चित्रनीस पार्क में सोमवार को हिंसा भड़क गई थी. हिंसा फैलने की वजह अफवाह थी. अफवाह फैली की एक समुदाय की पवित्र पुस्तक को जलाया गया. इसी बात से एक समुदाय भड़क गया. इस वजह से शहर में दंगा भड़क गया. दंगाईयों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया. 34 पुुलिसर्मी इस हिंसा में घायल हो गए.