logo-image

रजा अकैडमी ने उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र कहा, जगन्नाथ रथ यात्रा की तरह नमाज पढ़ने की मिले इजाजत

बता दें ओडिशा के विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ भगवान की रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को निकाली जाती है. हजारों भक्त भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के रथ को अपने हाथों से खींचते हैं एवं अपनी मनोकामना मांगते हैं.

Updated on: 25 Jun 2020, 12:27 PM

मुंबई:

जगन्नाथ रथ यात्रा पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुंबई में रजा अकैडमी ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिख मांग की है कि महाराष्ट्र के मस्जिदों में भी जुम्मा का नमाज़ पढ़ने की इजाजत दी जाए.

बता दें ओडिशा के विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ भगवान की रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को निकाली जाती है. हजारों भक्त भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के रथ को अपने हाथों से खींचते हैं एवं अपनी मनोकामना मांगते हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 18 जून को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोरोना वायरस के कारण 23 जून को ओडिशा में भगवना जगन्नाथ की यात्रा पर रोक लगा दी थी.

यह भी पढ़ें- मुश्किल में बाबा रामदेव की दवा कोरोनिल : राजस्थान के बाद महाराष्ट्र सरकार ने कही ये बात

इसके बाद भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकालने पर लगी रोक के फैसले के खिलाफ 19 वर्षीय मुस्लिम युवक ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. युवक ने शीर्ष कोर्ट से अपने फैसले पर फिर से विचार करने की अपील की थी.

इसके बाद सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने विशेष सुनवाई के बाद इसकी सशर्त इजाजत दे दी. इसके बाद अब मंगलवार को काफी सावधानी और नियमों का पालन करते हुए और कम भक्तों की मौजूदगी में रथ यात्रा निकाली गई थी.