Mumbai Coronavirus: महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई एक बार फिर से कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्क हो गई है। हालांकि संक्रमण की वर्तमान लहर अभी शुरुआती स्तर पर है और मरीजों की संख्या सीमित है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग और महानगरपालिका (BMC) ने किसी भी संभावित संकट से निपटने के लिए व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। अब तक मुंबई महानगर क्षेत्र में 53 कोविड पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, वहीं मुंबई के केईएम हॉस्पिटल में कोविड-19 से संक्रमित दो मरीजों की मौत की खबर भी सामने आने से हड़कंप मच गया है.
गंभीर स्वास्थ्य बीमारियों से जूझ रहे थे मरीज
बता दें कि मुंबई के केईएम अस्पताल में जिन दो कोविड-19 से संक्रमित लोगों के मौत की जानकारी सामने आई है. वह दोनों ही गंभीर स्वास्थ्य बीमारियों से जूझ रहे थे. एक मरीज को मुंह का कैंसर था, जबकि दूसरे को नेफ्रोटिक सिंड्रोम था। दोनों की मौत कोविड-19 के बजाय उनकी पहले से मौजूद बीमारियों के कारण बताई जा रही है.
BMC ने बढ़ाई सतर्कता, अस्पताल तैयार
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अंतर्गत आने वाले अस्पतालों को अलर्ट मोड में डाल दिया गया है। मरीजों के इलाज के लिए विशेष बिस्तरों और आइसोलेशन वार्डों की व्यवस्था की गई है। सेवन हिल्स अस्पताल में 20 एमआईसीयू (MICU) बेड, 20 बेड बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए, और 60 सामान्य बेड तैयार किए गए हैं।
इसके अलावा कस्तूरबा अस्पताल में 2 आईसीयू बेड और 10 बेड वाला वार्ड भी क्रियाशील है। आवश्यकता पड़ने पर इन व्यवस्थाओं को और बढ़ाया जा सकता है।
जनवरी से अप्रैल तक स्थिर स्थिति, मई में अचानक उछाल
जनवरी 2025 से अप्रैल 2025 तक मुंबई में कोविड मामलों की संख्या बेहद कम रही। लेकिन मई माह में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। यही कारण है कि नगर निगम अब सतर्कता बरत रहा है और संक्रमण को सीमित करने के लिए सक्रिय निगरानी कर रहा है। नागरिकों से घबराने के बजाय सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
कोविड-19 के सामान्य लक्षण और पहचान
मुंबई में बढ़ते मामलों के बीच नागरिकों को कोविड-19 के लक्षणों को पहचानने और तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेने की सलाह दी जा रही है। इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- बुखार
- सूखी खांसी या कफ के साथ खांसी
- गले में खराश
- थकान या कमजोरी
- शरीर में दर्द, सिरदर्द
- सर्दी या नाक बहना
- स्वाद या गंध का अनुभव न होना
गंभीर मामलों में सांस लेने में तकलीफ एक चिंताजनक संकेत हो सकता है। ऐसे में मरीज को तुरंत निकटतम नगरपालिका क्लिनिक या अस्पताल में जांच करवानी चाहिए।
निगरानी और नियंत्रण की रणनीति
BMC की ओर से शहर भर में सक्रिय निगरानी की जा रही है। संभावित हॉटस्पॉट की पहचान कर वहां टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है। जिन मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है और उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है।
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