महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजगद्दी पर भले ही उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackrey) आसीन हो चुके हैं लेकिन उद्धव ठाकरे और शिवसेना (Shivsena) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब शिवसेना के करीब 400 कार्यकर्ता पार्टी से नाराज होकर बीजेपी(BJP) में शामिल हो गए है. बताया जा रहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की ये नाराजगी शिवसेना के घोर विरोधी कांग्रेस (Congress) के साथ जाने के कारण हुई.
शिवसेना के अपने घोर विरोधी कांग्रेस के साथ जाने पर धारावी में हुए बीजेपी के कार्यक्रम में शिवसैनिको ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया.
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बता दें कि महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों (Maharashtra Assembly Elections 2019) में किसी को बहुमत नहीं मिला था जिसके चलते पहले राज्य में बीजेपी ने अजित पवार (Ajit Pawar) (NCP) के साथ मिलकर सरकार बनाई लेकिन एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar, NCP President) ने कहा कि उन्होंने तो बीजेपी को समर्थन ही नहीं दिया. इसके बाद एक तीसरा मोर्चा सामने आया जिसमें एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना तीनों पार्टियों ने मिलकर महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Agadhi) बनाया.
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इसके बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के सदन में अपना बहुमत साबित कर दिया. महाराष्ट्र में बनी सीएम उद्धव ठाकरे की सरकार को 169 वोट मिलें जबकि 4 विधायको ने वोटिंग में भाग नहीं लिया था. बीजेपी ने सदन की कार्रवाई को असंवैधानिक बताते हुए वॉकआउट कर दिया था और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि सदन की कार्रवाई असंवैधानिक हुई है जिसे लेकर वो राज्यपाल को पत्र भी लिखेंगे.
HIGHLIGHTS
- धारावी में आयोजित एक कार्यक्रम में 400 शिवसैनिको ने बीजेपी ज्वाइन की.
- बताया जा रहा है कि शिवसैनिकों ने शिवसेना के कांग्रेस के साथ जाने को लेकर नाराज थे कार्यकर्ता.
- शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी बनाई थी.