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file photo( Photo Credit : News Nation)
एशिया के सबसे बड़े स्लम धारावी का जल्द ही पुनर्विकास होने जा रहा है. महाराष्ट्र सरकार ने धारावी का बिलिटेशन प्लान तैयार कर लिया है और इसके लिए अदानी को नियुक्त किया है, यह बोली 5000 करोड़ से ज्यादा की लगाई गई है. आपको बता दें कि धारावी में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 50,000 से ज्यादा झोपड़पट्टी और करीब 12000 से ज्यादा छोटी-छोटी इंडस्ट्री है. धारावी अब विकसित होने जा रहा है. एशिया के सबसे बड़े स्लम के तौर पर पहचाने जाने वाले धारावी में कपड़ों की छपाई लेदर इंडस्ट्री और दूसरे कई इंडस्ट्री हैं. जो यहां पर सालों से काम कर रहे हैं धारावी को विकसित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने प्लान तैयार कर लिया है.
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हालांकि यहां रहने वाले लोग और धारावी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष सरकार के इस फैसले का स्वागत जरूर कर रहे हैं. लेकिन कई लोग सरकार की नीयत पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं की धारावी को पुनर्विकसित करने और झोपड़पट्टी हटाने के लिए सरकार कई बार प्रयत्न की .लेकिन सफल नहीं हो पाई. यहा रहने वाली संध्या की माने तो अपने बचपन से ही धारावी विकसित होने की बात सुनते आ रही हैं. लेकिन अब तक धारावी जस का तस है. यहां रहने वाली हजारों इंडस्ट्री के सहारे यहां के रोजगार चलते हैं .लेकिन सरकार अब तक उस पर ध्यान नहीं दे रही है.
बीजेपी के मुंबई प्रभारी अतुल भातखलकर ने कहा कि जो पिछली सरकारें नहीं कर पाई. वह यह सरकार कर रही है और धारावी स्लम जो कलंक है वह जल्द ही हटने वाला है, धारावी की पहचान अब स्लम से नही बल्कि उसके डेवलपमेंट से होगी. हजारों लोग धारावी में अपने रूम के ऊपर इंडस्ट्री चलाने के लिए भाड़े पर देते हैं. जिससे धारावी के लोगों का गुजर-बसर चलता है. अब धारावी का विकास का प्रारूप तैयार हो चुका है तो ऐसे में लोग यह सोच रहे हैं कि आने वाले समय में रोजगार के संसाधन कैसे बनाए जाए.