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मुंबई पर मानसून से जुड़ी बीमारियों का अटैक, डेंगू, मलेरिया के तेज़ी से बढ़ रहे हैं मामले

मुम्बई में पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद अब मानसून से जुड़ी बीमारियों का खतरा लोगों को परेशान कर रहा है। संक्रमक बीमारियों को प्रसार इस कदर बढ़ रहा है कि स्तिथि चिंताजनक बन गयी है।

Updated on: 21 Jul 2022, 02:16 PM

नई दिल्ली:

मुम्बई में पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद अब मानसून से जुड़ी बीमारियों का खतरा लोगों को परेशान कर रहा है। संक्रमक बीमारियों को प्रसार इस कदर बढ़ रहा है कि स्तिथि चिंताजनक बन गयी है। और अब इसी को लेकर बीजेपी विधायक अमित साटम ने बीएमसी (BMC) कमिश्नर को पत्र लिखकर तत्काल जरूरी कदम उठाने की मांग की है। बीजेपी नेता अमित साटम मुम्बई के अंधेरी पश्चिम विधानसभा से विधायक हैं जो की मुम्बई के सबसे रिहायशी इलाकों में सुमार है। अमित साटम ने बीएमसी कमिश्नर को लिखे पत्र में शहर में तेज़ी दे बढ़ रहे डेंगू, मलेरिया और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी बीमारियों के आंकड़ों का भी जिक्र किया है। बीजेपी नेता की माने तो सिर्फ जुलाई महीने में 33 डेंगू और 11 लेप्टोस्पायरोसिस के मरीज मिल चुके हैं। इनमें से  सिर्फ 12 जुलाई को लेप्टोस्पायरोसिस के पांच मरीज पंजीकृत किए गए थे। पिछले महीने यानी की जून में लेप्टोस्पायरोसिस के 12 और डेंगू के 39 मरीज मिले थे। 

मलेरिया और स्वाइन फ्लू ने भी किया आक्रमण

आपको बता दें कि इस बीच मलेरिया के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। सिर्फ जुलाई महीने में मलेरिया के 243 मरीज मिल चुके हैं। मुम्बई में मानसून को शुरू हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं लेकिन ऐसा लग रहा है जैसे शहर पर बीमारियों ने आक्रमण कर दिया हो। पिछले एक सप्ताह में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ी है। बीते सप्ताह में स्वाइन फ्लू के मरीज की संख्या 3 से बढ़कर 11 हो चुका है। जबकि जनवरी 2022 से 10 जुलाई तक स्वाइन फ्लू के कुल मरीजों की संख्या 15 थी।

लेप्टोस्पायरोसिस कौनसी बीमारी है और कैसे फैलती है?

लेप्टोस्पायरोसिस एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो जानवरों के मूत्र से फैलता है। लेप्टोस्पायरोसिस को रैट फीवर के नाम से भी जाना जाता है। पालतू जानवर के साथ रहना या फिर दूषित मिट्टी, कीचड़ या बाढ़ के पानी के संपर्क में आने से इस बीमारी के होने का अधिक खतरा रहता है। लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण भी अन्य बीमारीयां जैसे डेंगू टाइफाइड और वायरल हेपेटाइटिस जैसे हैं।