मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा, राष्ट्रीय राजनीति में नई भूमिका के लिए तैयार

देवड़ा का मानना है कि बीजेपी-शिवसेना के अलावा वंचित आघाड़ी के साथ गठबंधन महाराष्ट्र में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती है

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा,  राष्ट्रीय राजनीति में नई भूमिका के लिए तैयार

Milind Deora resignation as Mumbai Congress President ready for new

मिलिंद देवड़ा ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे के बाद पार्टी के तीन सीनियर नेताओं की एक कमेटी बना कर सामूहिक रूप से मुंबई कांग्रेस और विधानसभा चुनाव की तैयारियों का काम देखने की सिफारिश की है. देवड़ा कांग्रेस में राष्ट्रीय राजनीति का हिस्सा बनने के लिए दिल्ली का रुख कर सकते हैं. देवड़ा का मानना है कि बीजेपी -शिवसेना के अलावा वंचित आघाड़ी के साथ गठबंधन महाराष्ट्र में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती है.

Advertisment

यह भी पढ़ें - कर्नाटक में संकटः रणदीप सुरजेवाला बोले- दिनदहाड़े हो रहा प्रजातंत्र का चीरहरण, इन विधायकों ने दिया इस्तीफा

26 जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में बैठक के बाद मिलिंद ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी. मिलिंद के ऑफिस से जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस बारे में उन्होंने राज्य प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे, के. सी. वेणुगोपाल के अलावा महासचिवों और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को इस बारे में जानकारी दी थी. मिलिंद का इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के प्रति सामूहिक मजबूती दिखाने के लिए है, जिसमें राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है.

यह भी पढ़ें - कांग्रेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ली चुटकी, बोले- पता नहीं कौन है इस पार्टी का अध्यक्ष

इस्तीफे की पेशकश के बावजूद मिलिंद ने 4 जुलाई को राहुल गांधी की मुंबई यात्रा की पूरी तैयारी का इंतजाम किया. देवड़ा को लोकसभा चुनाव के ठीक एक महीने पहले मुंबई कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था. चुनाव की तैयारियों के लिए यह समय काफी कम था. देर से जिम्मेदारी मिलने की वजह से मिलिंद को चुनाव में तैयारियों के लिए काफी कम समय मिला. सभी को जोड़ने की कोशिश अपने छोटे से कार्यकाल में मिलिंद ने पार्टी को एकजुट करने के अलावा सिर्फ एक नाम की राजनीति को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई.

यह भी पढ़ें - Karnataka Crisis LIVE: कर्नाटक में मचा सियासी घमासान के बीच सिद्धारमैया ने कहा- सरकार को खतरा नहीं

उन्होंने इसके अलावा सभी भाषा, धर्म व विचारधारा के लोगों को पार्टी से जोड़ने का प्रयास किया. तमाम मुश्किलों व चुनौतियों के बावजूद मिलिंद के नेतृत्व में कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना के सामने कड़ा मुकाबला पेश करने में कामयाब रही. मुंबई कांग्रेस में देवड़ा का कोई विकल्प नहीं होने के बावजूद ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी और राज्य प्रभारी के अलावा सचिवों ने मिलिंद के सुझाए गए नेताओं की कमेटी को बनाने पर विश्वास जताया है. देवड़ा ने हमेशा से पार्टी के एक सच्चे वफादार के रूप में काम किया है. अब वे पार्टी के लिए राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं.

यह भी पढ़ें - कर्नाटक मुख्यमंत्री बनने पर बोले मल्लिकार्जुन खड़गे, 'गठबंधन तोड़ने के लिए BJP फैला रही अफवाह'

इस बारे में मिलिंद ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद राजनीतिक सच्चाई बदल गई है. उन्होंने कहा कि हमें जरूरत के हिसाब से नई भूमिका के लिए तैयार रहना होगा. मिलिंद ने कहा कि मैंने पार्टी हित में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था. मुझे लगा कि राहुल गांधी से मिलने के बाद मुझे भी अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. मैंने पार्टी हित में मुंबई कांग्रेस के लिए तीन सीनियर नेताओं की कमेटी बनाने का सुझाव दिया है. मिलिंद ने कहा कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए वे राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वे मुंबई कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की मदद के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे.

HIGHLIGHTS

  • मिलिंद देवड़ा ने दिया इस्तीफा
  • महाराष्ट्र कांग्रेस पद को छोड़ा
  • राष्ट्रीय राजनीति में निभाएंगे भूमिका

milind deora rahul gandhi congress Mumbai congress President Mumbai congress
      
Advertisment