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Maharashtra: नवंबर महीने में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाला है. इसे लेकर सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई है. इस बीच एक बार फिर से मराठा आरक्षण का मुद्दा उठ चुका है. पिछले लंबे समय से मराठा आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने एक बार फिर से हुंकार भरी है. 16 सितंबर की देर रात मनोज जरांगे ने ओबीसी श्रेणी के तहत कुनबी के रूप में उसे शामिल करने की मांग कर रहे हैं. जरांगे का यह एक साल के अंदर छठा अनशन है. बता दें कि 10 सितंबर को जरांगे ने इसकी घोषणा कर दी थी कि वह 16 सितंबर की रात से अनशन पर बैठेंगे. अनशन पर बैठते वक्त उन्होंने कहा कि उनके पास अनशन पर बैठने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है. जो सत्ता में बैठे हैं, उनकी हार होगी.
मराठा आरक्षण के खिलाफ हैं फडणवीस
आगे उन्होंने प्रदेश के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि फडणवीस मराठा समुदाय को आरक्षण देने में बाधा पैदा कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने धनगर समुदाय को भी एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग को अपना समर्थन दिया. वहीं, नवनाथ वाघमारे ने जरांगे के भूख हड़ताल को ड्रामा बता दिया है. उन्होंने कहा कि वह इस आरक्षण के खिलाफ हैं.
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1 साल में छठा अनशन
जरांगे मराठा आरक्षण को लेकर बीते एक साल में छठी बार अनशन पर बैठ रहे हैं. इससे पहले वह बीते साल 29 अगस्त, 25 अक्टूबर को भूख हड़ताल पर बैठ चुके हैं. इसके अलावा इस साल 10 फरवरी, 4 जून और 20 जुलाई को अनशन पर बैठ चुके हैं.
संजय राउत ने सीएम शिंदे पर उठाए सवाल
इस बीच ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने एक बार फिर से सीएम शिंदे पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि शिंदे का कहना है कि महाराष्ट्र में चुनाव नवंबर के दूसरे महीने में होगा. चुनाव आयोग महाराष्ट्र में तब तक चुनाव नहीं कराएगा, जब तक दिल्ली के दोनों मालिक नहीं चाहेंगे. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब भी चुनाव होगा, हमारी जीत पक्की है. महायुति का हाल वैसा ही होगा, जैसा उनका हाल लोकसभा चुनाव में हुआ था. इसके अलावा राउत ने एनडीए के वन नेशन वन इलेक्शन को भी ड्रामा बताया है.