महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिपरिषद में फेरबदल हुआ है. सरकार ने खुद इसकी घोषणा की और अधिसूचना जारी की है. सरकार की अधिसूचना के अनुसार, माणिकराव कोकाटे को अब खेल और युवा कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उनके पास से सरकार ने कषि मंत्रालय ले लिया है और खेल मंत्रालय सौंपा है. माणिकराव की जगह अब कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दत्तात्रेय भरणे को सौंपी गई है.
बता दें, माणिकराव अजित पवार की गुट वाली एनसीपी के नेता हैं. कहा जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से अजित पवार गुट को बड़ा झटका लगा है. ऐसे में अब डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर दबाव बढ़ गया है कि वे अपने मंत्रियों से जुड़े विवादों को जल्द से जल्द सुलझा लें.
अब जानें क्या है पूरा मामला
मंत्रिपरिषद में फेरबदल माणिकराव पर आरोप लगने के बाद हुआ. माणिकराव पर आरोप है कि विधानसभा सत्र के दौरान, वे ऑनलाइन रमी गेम खेल रहे थे. शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार द्वारा माणिकराव का वीडियो वायरल किया गया था. इसके बाद हंगामा मच गया था. विपक्षी नेताओं ने आलोचना की. उ्होंने कहा कि राज्य में किसान संकट से जूझ रहे हैं, उस वक्त कृषि मंत्री का गेम खेलना अंसवेदनशील है.
हालांकि, माणिकराव ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि वे सिर्फ एक पॉपअप बंद कर रहे थे. वे रमी नहीं खेल रहे थे. उन्होंने कहा था कि वे फर्जी आरोप मढ़ने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. हालांकि, जांच में सामने आया कि माणिकराव 18 से 22 मिनट तक मोबाइल में गेम खेल रहे थे. जबकि उन्होंने सिर्फ 10 से 15 सेकेंड की बात की.
माणिकराव ने मांगी माफी
बता दें, विपक्ष को उम्मीद थी कि डिप्टी सीएम अजित पवार माणिकराव से इस्तीफा लेंगे. लेकिन माणिक को सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिा गया. माणिकराव ने माफी मांगी और आगे से ऐसा न करने का दावा किया गया.
पहले भी विवादों में घिर चुके हैं माणिकराव
बता दें, माणिकराव पहली बार विवादों में नहीं फंसे हैं. पहले भी वे विवादों में आ चुके हैं. उनका नाम एक 1995 हाउसिंग फ्रॉड केस में सामने आ चुका है. इसके अलावा, वे एक बार किसानों की तुलना भिखारियों से भी कर चुके हैं.