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महाराष्ट्र : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का उद्वव ठाकरे को एक और झटका

शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पार्टी में बगावत का सिलसिला लगातार जारी है. 40 विधायकों की बगावत के बाद अब शिवसेना के 12 सांसदों ने पार्टी से बगावत कर दी है.

Updated on: 19 Jul 2022, 03:53 PM

मुंबई:

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को सोमवार को एक और बड़ा झटका लगा है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना की पुरानी राष्ट्रीय कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया है और नई कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है.नई कार्यकारणी में एकनाथ शिंदे की मुख्य नेता के तौर पर नियुक्ति की गई है. इसके साथ ही पुरानी कार्यकारिणी में जितने भी लोग पदों पर थे उन सभी को बर्खास्त कर दिया गया है. विधायक दीपक केसरकर को नई कार्यकारिणी में प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई है. नई कार्यकारणी बनाने के बाद से उद्धव ठाकरे की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.    

शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पार्टी में बगावत का सिलसिला लगातार जारी है.40 विधायकों की बगावत के बाद अब शिवसेना के 12 सांसदों ने पार्टी से बगावत कर दी है.बगावत का आलम यह रहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 12 सांसदों के साथ सोमवार को वीसी के जरिये  और बाकी 40 विधायकों के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई.इस बैठक में पुरानी राष्ट्रीय कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया गया और नई कार्यकारिणी बनाने का ऐलान कर दिया गया.              

आज जैसे ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान खत्म हुआ उसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने 40 विधायकों के साथ मुम्बई के ट्राइडेंट इस  पांच सितारा होटल में पहुंच गए.इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की जानकारी किसी को भी नहीं थी.इस बीच दिल्ली में राष्ट्रपति चुनाव के लिए चुनाव में शामिल होने के लिए शिवसेना के सांसद दिल्ली पहुंचे हुए थे.19 सांसदों में से 12 सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए.बताया जा रहा है कि शिवसेना से अलग होकर 40 विधायकों और 12 सांसदों ने सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को नई कार्यकारिणी का प्रमुख नेता चुन लिया.                            

इससे पहले सोमवार को महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके और शिवसेना के पूर्व विधायक रामदास कदम और पूर्व सांसद आनंद राव अडसूल ने शिवसेना से इस्तीफा दे दिया.इस्तीफा देने के बाद हालांकि शिवसेना की तरफ से बयान जारी किया गया की दोनों ही नेताओं ने पार्टी के खिलाफ काम किया है जिसकी वजह से उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है.                        

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एकनाथ शिंदे ने फिलहाल शिवसेना पार्टी प्रमुख पद को हाथ नहीं लगाया है.राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शिवसेना नेता रामदास कदम और आनंद राव अडसुल को फिर से नेता के तौर पर नियुक्त किया गया है.इसके साथ ही शिवसेना के उप नेता के तौर पर यशवंत जाधव, गुलाबराव पाटिल, उदय सामंत, तानाजी सावंत, शिवाजीराव आढल राव पाटिल, विजय नाहटा और शरद पोंक्षे की नियुक्ति की है.जबकि दीपक केसरकर को नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का प्रवक्ता बनाया गया है.     

सांसद राहुल शेवाले  को  पार्टी  का ग्रुप लीडर और भावना गवली को चीफ व्हीप बनाया गया      

एकनाथ शिंदे द्वारा नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाए जाने के बाद शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है.संजय राउत ने कहा कि अगर दो तिहाई सांसद एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो भी जाते हैं तो यह मामला यहीं खत्म नहीं होता है.इसके बाद हम इस फैसले के खिलाफ अदालत का दरबाजा खटखटाएंगे.संजय राउत ने कहा कि जो लोग पहले से ही बागी हैं और उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है ऐसे में वह नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कैसे कर सकते हैं.

इन सभी घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज सोमवार रात को दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं जहां वह मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं.सूत्रों का कहना है कि शिवसेना के जिन सांसदों ने एकनाथ शिंदे के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की थी वह सभी सांसद भी बीजेपी के आला नेताओ से और लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे.ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के  साथ होने वाली इस बैठक में महाराष्ट्र में होने वाले कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा हो सकती है.