महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को एमवीए सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत में देरी पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता “निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं”.
पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के साझेदार - कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) - 288 विधानसभा सीटों में से 200 पर आम सहमति पर पहुंच गए हैं.
संजय राउत ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार सुबह कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और मुकुल वासनिक तथा पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला से सीट बंटवारे पर बात की. शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि वह बाद में कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी से भी बात करेंगे.
राउत ने कहा, "लंबित निर्णय में तेजी लाई जानी चाहिए. बहुत कम समय बचा है. महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं. उन्हें बार-बार सूची दिल्ली भेजनी पड़ती है और फिर चर्चा होती है. निर्णय जल्द से जल्द लिया जाना चाहिए."
गुरुवार देर शाम, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि 20-25 विधानसभा क्षेत्रों की सूची, जहां एमवीए भागीदारों के दावे ओवरलैपिंग हैं, गतिरोध को हल करने के लिए प्रत्येक पार्टी के आलाकमान को भेजी जाएगी.
पटोले ने संवाददाताओं से कहा कि सीट बंटवारे पर बातचीत में शामिल एमवीए नेताओं की गुरुवार को अंतिम बैठक हुई. उन्होंने कहा कि 18-19 अक्टूबर तक सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सीट बंटवारे की घोषणा करने का प्रयास किया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव में एमवीए ने महाराष्ट्र की 48 में से 30 सीटें जीतकर प्रभावशाली प्रदर्शन किया. राज्य में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.