Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में आज देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस मौके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ कई केंद्रीय मंत्री और कई दिग्गज मौजूद रहे. इसके साथ-साथ फिल्मी, खेल और उद्योग जगत के कई नामी-गिरामी लोगों ने भी शिरकत की. लेकिन, इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम से शिवसेना के उद्धव ठाकरे, एनसीपी के शरद पवार, कांग्रेस के नाना पटोले और मानसे के राज ठाकरे उखड़े दिखाई दिये.
यूं तो किसी भी राज्य में सीएम के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रोटोकॉल कहता है कि पूर्व मुख्यमंत्रियों और पार्टियों के प्रमुख को निमंत्रण भेजा जाता है. ऐसे में अब बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर इन नेताओं मौके पर अनुपस्थित रहना किस ओर इशारा करता है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में एक बार फिर से देवेंद्र फडणवीस सीएम के रूप में मैदान में उतरे हैं. एनसीपी के अजित पवार और शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम का पद संभाला है. पूरा देश मुंबई के आजाद मैदान में हुए इस शपथ ग्रहण समारोह नजर गढ़ाए बैठा था. पीएम मोदी सहित देश के कई राज्यों को सीएम यहां पहुंचे थे, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे, एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे और एनसीपी (शरद) के प्रमुख शरद पवार शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बनाते दिखे.
तीनों शपथ ग्रहण समारोह में अनुपस्थित
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सभी ने अलग-अलग कारण बताए हैं. शरद पवार ने कहा कि दिल्ली में होने की वजह से इस समारोह में नहीं आ सके. राज ठाकरे की तरफ से कहा गया है कि वह व्यक्तिगत कारणों से शामिल नहीं हुए, वहीं उद्धव ठाकरे की तरफ से पुष्टि नहीं हुई है कि वह शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा क्यों नहीं बने.
रिश्ते में आ गई दरार
आपको बता दें कि बीते महाराष्ट्र चुनाव में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी और महायुति, दोनों प्रमुख गठबंधन के बीच जोरदार मुकाबले की चर्चा जोरों पर थी. लेकिन, जब 23 नवंबर को नतीजे आए तो महायुति को बेहतरीन तरीके से जीत हासिल हुई. महाविकास अघाड़ी को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा. इस चुनाव को दोनों गठबंधनों अपने आन, बान और शान से जोड़ रखा था. चुनाव प्रचार के दौरान दोनों गठबंधन में काफी तरार भी हुए. ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और एक हैं तो सेफ हैं जैसे नारे पर दोनों गठबंधन आमने-सामने रहे.
अकसर राजनीति में ये देखा जाता है कि जब किसी एक पार्टी या गठबंधन को हार का सामना करना पड़ता है तो उसे सहजता के साथ स्वीकार कर एक-दूसरे को बधाई दी जाती है. लेकिन, महाराष्ट्र में गुरुवार को कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला. यहां शपथ ग्रहण समारोह से राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की अनुपस्थिति दिखाई दी.