Maharashtra Politics News: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर हुआ है. भंडारा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व सांसद शिशुपाल पटले ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल होकर बीजेपी को तगड़ा झटका दिया. शिशुपाल पटले ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की उपस्थिति में कांग्रेस का दामन थामा. उनके इस कदम को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है.
बीजेपी छोड़ने पर जताया दुख
आपको बता दें कि कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा करते हुए शिशुपाल पटले ने बीजेपी के मौजूदा नेतृत्व पर सवाल उठाए और अपनी असंतुष्टि जाहिर की. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को लिखे अपने त्यागपत्र में उन्होंने पार्टी छोड़ने के निर्णय को भारी मन से लिया गया फैसला बताया. उन्होंने कहा कि अब बीजेपी में वह अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी का युग समाप्त हो चुका है और पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी के वर्तमान नेतृत्व से उन्हें निराशा हुई है.
2004 में एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को हराकर बने थे सांसद
वहीं शिशुपाल पटले, जो पहले भंडारा जिला परिषद के अध्यक्ष रह चुके हैं, ने 2004 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल को हराकर सुर्खियाँ बटोरी थीं. वह भंडारा-गोंदिया जिले की राजनीति में पोवार समुदाय का प्रमुख चेहरा माने जाते हैं, जिनकी जमीनी पकड़ और जनाधार मजबूत है. उनके कांग्रेस में जाने से पोवार समुदाय का बड़ा वोट बैंक कांग्रेस की ओर खिसक सकता है, जिससे विधानसभा चुनावों में बीजेपी को नुकसान हो सकता है.
बीजेपी के लिए बड़ा नुकसान
साथ ही आपको बता दें कि राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, पटले का बीजेपी से इस्तीफा और कांग्रेस में शामिल होना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षति है. भंडारा में बीजेपी के लिए यह नुकसान उस वक्त हुआ है, जब महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. पटले का कांग्रेस में जाना इस बात का संकेत भी है कि बीजेपी के अंदरूनी हालात और नेतृत्व को लेकर कई पुराने नेताओं में असंतोष बढ़ रहा है.
नाना पटोले की अगुवाई में कांग्रेस की तैयारी
इसके अलावा आपको बता दें कि कांग्रेस ने पटले के कांग्रेस में शामिल होने को अपनी बड़ी जीत बताया है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इस मौके पर कहा कि पटले जैसे कद्दावर नेता का कांग्रेस में शामिल होना आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा. कांग्रेस अब चुनावों में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के प्रयास में जुटी है, जिसमें पटले की भूमिका अहम हो सकती है.