/newsnation/media/post_attachments/images/2024/06/28/maha444-88.jpg)
शरद पवार हेमंत सोरेन( Photo Credit : News Nation )
Hemant Soren News: झारखंड हाई कोर्ट ने शुक्रवार को कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत दे दी. इस फैसले पर विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इस फैसले का स्वागत किया और इसे सत्य की जीत करार दिया. बता दें कि शरद पवार ने अपने सोशल मीडिया 'X' पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ''उन्हें राजनीति से प्रेरित मामले में जेल में डाल दिया गया. 149 दिन के संघर्ष को आज न्याय मिला. सोरेन को कोर्ट से मिली जमानत से यह अहसास और मजबूत हुआ है कि सत्य की जीत अब ज्यादा दूर नहीं है. हम एनडीए सरकार से मांग करते रहेंगे कि वह बदले की भावना से कोई कदम उठाए बिना यह सुनिश्चित करने का काम करे कि लोकतंत्र संविधान के अनुरूप फले-फूले. सत्यमेव जयते!''
यह भी पढ़ें: IGI Terminal-1 Accident: एयरपोर्ट पहुंचे उड्डयन मंत्री, मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान
झारखंड राज्याचे माजी मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM यांना राजकीयदृष्ट्या प्रेरित खटल्यात तुरुंगवास भोगावा लागला. १४९ दिवसांच्या लढ्याला आज न्यायाचा मार्ग मिळाला. सोरेन यांना न्यायालयाने दिलेल्या जामीनामुळे सत्याचा विजय हा जास्त दूर नाही अशी भावना दृढ झाली आहे. एनडीए सरकारकडे आमची…
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) June 28, 2024
जमानत प्रक्रिया और सोरेन की रिहाई
जमानत मिलने के बाद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन शुक्रवार शाम तक जेल से बाहर आ सकते हैं. हाई कोर्ट का ऑर्डर फैक्स के जरिए रांची सिविल कोर्ट पहुंच चुका है, जिसके बाद बेल बांड भरने और यहां से रिलीज ऑर्डर जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है.
झामुमो की प्रतिक्रिया
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन के वरिष्ठ वकील अरुणाभ चौधरी ने कहा, ''सोरेन को जमानत दे दी गई है. अदालत ने कहा है कि प्रथम दृष्टया, वह दोषी नहीं हैं और जमानत पर रिहा किए जाने दौरान याचिकाकर्ता द्वारा कोई अपराध किए जाने की कोई आशंका नहीं है.''
गिरफ्तारी और मामले की पृष्ठभूमि
वहीं हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था. सोरेन (48) वर्तमान में बिरसा मुंडा जेल में थे. सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के वकील एस वी राजू ने दलील दी कि अगर सोरेन को जमानत पर रिहा किया जाता है, तो वह इसी तरह का अपराध फिर करेंगे.
राजनीतिक प्रतिक्रिया और न्यायिक प्रक्रिया
इसके अलावा आपको बता दें कि इस फैसले ने झारखंड की राजनीति में हलचल मचा दी है. सोरेन की रिहाई के बाद झामुमो कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है. मोरहाबादी के पास कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था. सोरेन की जमानत को उनके समर्थकों ने लोकतंत्र और न्याय की जीत के रूप में देखा है.
HIGHLIGHTS
- हेमंत सोरेन की जमानत पर शरद पवार ने दी प्रतिक्रिया
- कहा- '149 दिनों का संघर्ष आज ख़त्म हुआ'
- हेमंत सोरेन की रिहाई पर लोगों में उत्साह
Source : News Nation Bureau