Maharashtra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी बुधवार को महाराष्ट्र के यवतमाल में 9 करोड़ से अधिक किसानों को 21 हजार करोड़ से अधिक की सम्मान राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की और साथ ही महाराष्ट्र में रेल, सड़क और सिंचाई से संबंधित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं 10 साल पहले जब ‘चाय पर चर्चा’ करने यवतमाल आया था, तो आपने बहुत आशीर्वाद दिया और देश की जनता ने NDA को 300 पार पहुंचा दिया. फिर मैं 2019 में फरवरी के महीने में ही यवतमाल आया था. तब भी आपने हम पर खूब प्रेम बरसाया. देश ने भी तब NDA को 350 पार करा दिया. आज जब 2024 के चुनाव से पहले मैं विकास के उत्सव में शामिल होने आया हूं, तब पूरे देश में एक ही आवाज गूंज रही है. अबकी बार... 400 पार! हम देश बनाने के लिए, देशवासियों का जीवन बदलने के लिए एक मिशन लेकर निकले हुए लोग हैं. इसलिए बीते 10 वर्ष में जो कुछ किया, वो आने वाले 25 वर्ष की नींव है.
भारत के कोने-कोने को विकसित बनाने का संकल्प
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने भारत के कोने-कोने को विकसित बनाने का संकल्प लिया है. इस संकल्प की सिद्धि के लिए शरीर का कण-कण, जीवन का क्षण-क्षण समर्पित है. भारत को विकसित बनाने के लिए चार सबसे बड़ी प्राथमिकता है- गरीब, किसान, नौजवान और नारीशक्ति. ये चारों सशक्त हो गए, तो हर समाज, हर वर्ग, देश का हर परिवार सशक्त हो जाएगा.आप याद कीजिए, ये जो इंडी गठबंधन है, इसकी जब केंद्र में सरकार थी तब क्या स्थिति थी? तब तो कृषि मंत्री भी यहीं महाराष्ट्र से ही थे. उस समय दिल्ली से विदर्भ के किसानों के नाम पर पैकेज घोषित होता था और उसे बीच में ही लूट लिया जाता था. गांव, गरीब, किसान, आदिवासी को कुछ नहीं मिलता था.
21 हजार करोड़ रुपये देश के करोड़ों किसानों के खाते में पहुंचे
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देखिए, मैंने एक बटन दबाया और देखते ही देखते, पीएम किसान सम्मान निधि के 21 हजार करोड़ रुपये देश के करोड़ों किसानों के खाते में पहुंच गए. यही तो मोदी की गारंटी है. जब कांग्रेस की सरकार थी, तब दिल्ली से 1 रुपया निकलता था, 15 पैसा पहुंचता था. अगर कांग्रेस की सरकार होती, तो आज जो आपको 21 हजार करोड़ रुपये मिले हैं, उसमें से 18 हजार करोड़ रुपये बीच में ही लूट लिए जाते. लेकिन अब भाजपा सरकार में गरीब का पूरा पैसा, गरीब को मिल रहा है. मोदी की गारंटी है- हर लाभार्थी को पूरा हक, पाई-पाई बैंक खाते में. विकसित भारत के लिए गांव की अर्थव्यवस्था का सशक्त होना बहुत जरूरी है.
मोदी ने हर घर जल की गारंटी दी
पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए बीते 10 वर्षों में हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि गांव में रहने वाले हर परिवार की परेशानियों को दूर करें, उन्हें आर्थिक संबल दें. आजादी के बाद से लेकर 2014 तक देश के गांव में 100 में से लगभग 15 परिवार ही ऐसे थे जिनके घर पाइप से पानी आता था. इनमें से अधिकतर गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी ही थे. ये हमारी माताओं-बहनों के लिए बहुत बड़ा संकट था. इस स्थिति से माताओं-बहनों को बाहर निकालने के लिए ही लाल किले से मोदी ने हर घर जल की गारंटी दी थी. 4-5 साल के भीतर ही आज हर 100 में से 75 ग्रामीण परिवारों तक पाइप से पानी पहुंच चुका है.
कांग्रेस के समय में आदिवासी समाज को हमेशा सबसे पीछे रखा गया
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी ने पूछा है, उनको पूजा है. विश्वकर्मा साथियों के लिए, बलुतेदार समुदायों के कारीगरों के लिए, कभी कोई बड़ी योजना नहीं बनी. मोदी ने पहली बार 13 हजार करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा योजना शुरु की है. कांग्रेस के समय में आदिवासी समाज को हमेशा सबसे पीछे रखा गया, उन्हें सुविधाएं नहीं दीं, लेकिन मोदी ने जनजातीय समाज में भी सबसे पिछड़ी जनजातियों तक की चिंता की है. पहली बार उनके विकास के लिए 23 हजार करोड़ रुपये की पीएम-जनमन योजना शुरु हो चुकी है. ये योजना महाराष्ट्र के कातकरी, कोलाम और माडिया जैसे अनेक जनजातीय समुदायों को बेहतर जीवन देगी.
Source : News Nation Bureau