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PM Modi ( Photo Credit : ANI)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में जगतगुरु श्रीसंत तुकाराम महाराज मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देहू का शिला मंदिर न केवल भक्ति की शक्ति का एक केंद्र है बल्कि भारत के सांस्कृतिक भविष्य को भी प्रशस्त करता है। इस पवित्र स्थान का पुनर्निमाण करने के लिए मैं मंदिर न्यास और सभी भक्तों का आभार व्यक्त करता हूं. हमारे शस्त्रों में कहा गया है कि मनुष्य जन्म में सबसे दुर्लभ संतों का सत्संग है, संतों की अनुभूति हो गई तो ईश्वर की अनुभूति अपने आप हो जाती है। आज देहू की इस पवित्र तीर्थ-भूमि पर आकर मुझे ऐसी ही अनुभूति हो रही है.
Maharashtra | Prime Minister Narendra Modi offered prayers to Sant Tukaram Maharaj at Sant Tukaram temple in Pune and inaugurated a shila temple here. pic.twitter.com/N5HZCTfMa0
— ANI (@ANI) June 14, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि हमें गर्व है कि हम दुनिया की प्राचीनतम जीवित सभ्यताओं में से एक हैं। इसका श्रेय भारत की संत परंपरा और भारत के ऋषियों मनीषियों को जाता है। भारत शाश्वत है क्योंकि भारत संतों की धरती है। हर युग में हमारे यहां देश और समाज को दिशा देने के लिए कोई न कोई महान आत्मा अवतरित होती रही है. इन सभी चरणों में 350 किमी से अधिक लंबाई के हाईवे बनेंगे और इस पर 11000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया जाएगा। इन प्रयासों से क्षेत्र के विकास में गति मिलेगी.
A few months back I got the opportunity to lay foundation stone at Palkhi Marg to turn 2 National Highways into 4-lane. The construction of Shri Sant Gyaneshwar Maharaj Palkhi Marg will be done in 5 phases and that of Sant Tukaram Maharaj Palkhi Marg in 3 phases: PM in Dehu, Pune pic.twitter.com/XLAhzx10Ep
— ANI (@ANI) June 14, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी कुछ महीनें पहले ही मुझे पालकी मार्ग में 2 राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन करने के लिए शिलान्यास का अवसर मिला था। श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी मार्ग का निर्माण 5 चरणों में होगा और संत तुकाराम पालकी मार्ग का निर्माण 3 चरणों में पूरा किया जाएगा. हमारी राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए आज ये हमारा दायित्व है कि हम अपनी प्राचीन पहचान और परम्पराओं को चैतन्य रखें।इसलिए आज जब आधुनिक टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चरभारत के विकास का पर्याय बन रहे हैं तो हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि विकास और विरासत दोनों एक साथ आगे बढ़ें. संत तुकाराम जी कहते थे कि समाज में ऊंच नीच का भेदभाव बहुत बड़ा पाप है। उनका ये उपदेश जितना जरूरी भगवतभक्ति के लिए है, उतना ही महत्वपूर्ण राष्ट्रभक्ति और समाजभक्ति के लिए भी है.
Source : News Nation Bureau