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महाराष्ट्र: महाअघाड़ी को एक और झटका, अब कांग्रेस विधायक ने दिया इस्तीफा

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बगावत के सुर उठने लगे हैं. अब जालना से कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल ने इस्तीफा दे दिया है.

Updated on: 05 Jan 2020, 10:51 AM

मुंबई:

महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद उठे बगावत के सुर अभी रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. शनिवार को शिवसेना कोटे से मंत्री अब्दुल सत्तार के कथित इस्तीफे के बाद अब जालना से कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि कैबिनेट में जगह न मिलने के वजह से उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया है. पार्टी अध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा कि वह तीसरी बार विधायक बने, लोगों के लिए काम भी किया फिर भी मंत्री नहीं बनाया गया.

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विधायकों में भारी असंतोष
महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से ही विधायकों में असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा है. महाअघाड़ी में पहला असंतोष पुणे में सुनने को मिला था. कांग्रेस विधायक संग्राम थोपटे ने समर्थकों ने मंत्री पद न मिलने पर कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. इसके अलावा पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणीति शिंदे को भी मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया. कुछ कांग्रेस विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पत्र लिखा है, जबकि कुछ ने पार्टी के प्रति विद्रोही रवैया दिखाया है.

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कांग्रेस में मतभेद
महाराष्ट्र में कांग्रेस कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ आंतरिक मतभेदों का सामना कर रही है. उनका कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी की गई है. मुंबई से दो बार के विधायक रहे अमीन पटेल को कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद थी, लेकिन असलम शेख और वर्षा गायकवाड़ को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया. मुंबई में, पूर्व मंत्री आरिफ नसीम खान, जो चुनाव हार गए थे, को भी परेशान माना जा रहा है. अब उन्होंने मांग की है कि महाराष्ट्र सरकार केरल का अनुसरण करे और एक सीएए विरोधी प्रस्ताव पारित करे.