Maharashtra Politics: लोकसभा चुनाव 2024 में मिली हार के बाद बीजेपी नेता नवनीत राणा ने अपने राजनीतिक करियर को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है. अमरावती में युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के समापन समारोह में नवनीत राणा पहुंची, जहां उन्होंने आगामी चुनाव में अपनी भागीदारी के संकेत दिए. नवनीत राणा ने ये ऐलान की है कि वह राजनीति के एक नए क्षेत्र में प्रवेश की तैयारी कर रही हैं. अब उनके इस बयान से महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है.
क्या बोलीं नवनीत राणा?
आपको बता दें कि समारोह में नवनीत राणा ने कहा, ''आज पहली बार मैं बच्चों के भविष्य के बारे में बात करने के लिए बाहर निकली हूं. विद्यार्थियों के लिए ऐसे कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक होते हैं. यदि हमारी मेहनत और प्रयासों को सराहा जाता है तो हम और अधिक मेहनत करते हैं. हालांकि, मैं अपने राजनीतिक प्रयास में असफल रही, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी. कुछ लोग मेरी हार से प्रसन्न थे, लेकिन एक चमकता सितारा हमेशा सुर्खियों में रहता है, चाहे वह कहीं भी हो.''
हार के बाद भी आत्मविश्वास बरकरार
वहीं उन्होंने आगे कहा, ''कुछ लोग सोचते हैं कि हमने नवनीत को खो दिया है और अब रवि राणा को भी खो देंगे, लेकिन जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है. मैं हार गई लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी. मेरी हार के बाद विधायक रवि राणा ने मेरा मनोबल बढ़ाया और मुझे फिर से उठने का सुझाव दिया. उनका समर्थन मेरे जीवन में हमेशा मेरे साथ रहा है और ऐसे प्रोत्साहन निश्चित रूप से सफलता में मदद करते हैं. मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने पिछले चुनाव में हमें वोट दिया.''
चुनाव परिणाम और आगे की रणनीति
बता दें कि अमरावती लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार बलवंत वानखेड़े को 526,271 वोट मिले, जबकि नवनीत राणा को 506,540 वोट प्राप्त हुए, जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कुल मतदान प्रतिशत 57.46% था. 2019 में नवनीत राणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए अमरावती से जीत दर्ज की थी, जहां उन्होंने शिवसेना के आनंदराव अडसुल को 36,951 वोटों के अंतर से हराया था. उस चुनाव में नवनीत राणा को 510,947 वोट मिले थे, जबकि आनंदराव अडसुल को 473,996 वोट मिले थे.
नवनीत राणा के बयान ने दिए बड़े संकेत
नवनीत राणा का यह बयान उनके राजनीतिक करियर में एक नई दिशा की ओर संकेत कर रहा है. उन्होंने अपने समर्थकों को भरोसा दिलाया है कि वह अपने प्रयासों में जुटी रहेंगी और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगी. राजनीति में हार-जीत का सिलसिला चलता रहता है, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि नेता अपने समर्थकों के विश्वास को बनाए रखें और उनके लिए काम करते रहें.