महाराष्ट्र में किसान एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर राजधानी मुंबई के आजाद मैदान में मार्च करते हुए बड़ी संख्या में जुटे हैं जिसने फडणवीस सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है. किसान अपनी दो दिवसीय प्रदर्शन के लिए सुबह करीब साढ़े चार बसे से ही चूनाभट्टी के सोमैया मैदान से मुंबई के आजाद मैदान के लिए रवाना हुए थे. लोक संघर्ष मोर्चा की अगुवाई में किसान दादर पहुंचे और फिर मार्च करते ही आजाद मैदान आए.
किसानों के प्रदर्शन को लेकर राज्य सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा, आदिवाली जमीन को लेकर किसानों के बीच कुछ गलतफहमी है जिसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा इस मुद्दे के लिए किसानों को प्रदर्शन करने या फिर धरने पर बैठने की जरूरत नहीं है. इसके बाद ही वो किसान के प्रतिनिधिमंडल के साथ ही सीएम फडणवीस से मिलने निकल गए.
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किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए मुंबई में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. मोर्चा में पुरुषों के साथ ही बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों के शामिल होने को देखते हुए मोर्च के साथ ही भारी पुलिस बल भी चल रहा था कि ताकि कोई असहज स्थिति पैदा न हो.
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इससे पहले अपनी मांगों को लेकर इसी साल मार्च में भी किसानों ने भारी आंदोलन किया था जिसमें करीब 25 हजार किसान नासिक से मुंबई पहुंचे थे।
Source : News Nation Bureau