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महाराष्ट्र के राज्यपाल ने राकांपा को बातचीत के लिए बुलाया :जयंत पाटिल

राकांपा विधायक दल के नेता अजीत पवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल तथा धनंजय मुंडे भी पाटिल के साथ इस मौके पर थे.

Updated on: 11 Nov 2019, 10:53 PM

नई दिल्‍ली:

महाराष्ट्र में सरकार बनाने की नूरा कुश्ती जारी है. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोमवार रात को राकांपा को राजभवन में आमंत्रित किया जो राज्य में तीसरा सबसे बड़ा दल है. राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने यह जानकारी दी. पाटिल ने कहा कि राकांपा अपने सहयोगी दल कांग्रेस के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेगी और वे मंगलवार रात 8:30 बजे तक कोश्यारी से मिलेंगे. हालांकि पाटिल ने संवाददाताओं से बातचीत में सरकार बनाने पर बात नहीं की. शरद पवार की अगुवाई वाली राकांपा के 288 सदस्यीय विधानसभा में 54 विधायक हैं जो भाजपा (105) और शिवसेना (56) के बाद तीसरा सबसे बड़ा दल है.

पाटिल ने कहा, ‘‘प्रक्रिया के अनुसार राज्यपाल ने महाराष्ट्र में तीसरा सबसे बड़ा दल होने के नाते हमें एक पत्र दिया है और हमने उन्हें सुझाव दिया है कि हमें अपने सहयोगी दल से बात करनी होगी. हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि हम जल्द से जल्द उनके पास लौटेंगे.’’ राकांपा विधायक दल के नेता अजीत पवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल तथा धनंजय मुंडे भी पाटिल के साथ इस मौके पर थे. 

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इसके पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें 105 जीतकर सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया और सोमवार को राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया लेकिन यहां भी शिवसेना को बड़ा झटका लगा है. शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायक राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिवसेना ने और समय की मांग की. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को और समय देने से इनकार कर दिया और एनसीपी नेता अजित पवार को सरकार बनाने के लिए राजभवन बुलाया.

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राज्यपाल से मुलाकात के दौरान शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने उन्हें बताया कि बाकी पार्टियों से हमारी बात चल रही है. जिसके लिए आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल से और समय मांगा था जिसे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देने से मना कर दिया है. इस मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अभी हमारा दावा खारिज नहीं हुआ है हम सरकार बनाना चाहते हैं. हमें सहयोगी पार्टियों का समर्थन पत्र लेने के लिए थोड़ा समय लग रहा है.

राज्यपाल के पाले में है गेंद
बहरहाल इन सब गतिरोधों के बाद महाराष्ट्र में अब गेंद राज्यपाल के पाले में हैं. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र में आज रात को राष्ट्रपति शासन लागू कर सकते हैं. लेकिन अभी तक उन्होंने शिवसेना के दावे को खारिज भी नहीं किया है. अगर शिवसेना सहयोगी दलों के समर्थन पत्र लेकर राज्यपाल के पास पहुंच जाती है तो वो शिवसेना को सरकार बनाने का मौका दे सकते हैं.