महाराष्ट्र सरकार ने फिर से किया औरंगाबाद-धाराशिव-नवी मुंबई एयरपोर्ट का नामकरण
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (devendra fadnavis) ने कहा कि जब सरकार के ऊपर विश्वास मत हासिल करने का गवर्नर ने पत्र दिया हो तो इस तरीके की मीटिंग अवैध है और ऐसे में उस कैबिनेट में लिए गए फैसले मान्य नहीं होते हैं.
मुंबई:
महाराष्ट्र (Maharastra) में नई सरकार बनने के बाद लगातार पिछले सरकार के फैसले को बदलने की कवायत शुरू है, लेकिन शनिवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में राज्य सरकार ने पिछली उद्धव सरकार (uddhav thackeray) के फैसलों को फिर से कैबिनेट में मंजूरी देते हुए तीन प्रमुख जगहों का नामकरण किया है. राज्य में आई नई सरकार ने कहा कि पिछली सरकार में लिया गया कैबिनेट का फैसला अवैध था और जब एक बार राज्यपाल ने किसी सरकार को विश्वास मत हासिल करने के लिए बोला हो तो वह कैबिनेट की मीटिंग नहीं कर सकती है. उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (devendra fadnavis) ने कहा कि जब सरकार के ऊपर विश्वास मत हासिल करने का गवर्नर ने पत्र दिया हो तो इस तरीके की मीटिंग अवैध है और ऐसे में उस कैबिनेट में लिए गए फैसले मान्य नहीं होते हैं.
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ऐसा निर्णय तब लिया गया था जब कई सरकारें अपने ऊपर विश्वास मत हासिल करने का नोटिस मिलने के बाद विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव पास कर देती थी. राज्य सरकार ने औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजी नगर (Chhatrapati Sambhaji Nagar) रखने के पिछली सरकार के फैसले को नए कैबिनेट में मंजूरी दे दी तो वही पिछली सरकार द्वारा लिए गए उस्मानाबाद के धाराशिव नामकरण को फिर से इस सरकार ने मंजूरी दे दी. नवी मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) का नाम दिनकर बालू पाटिल (Dinkar Balu Patil) रखने के पिछली सरकार के कैबिनेट के फैसले को इस सरकार ने फिर से कैबिनेट में मंजूरी दे दी है.
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