महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बुधवार को मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी की 390वीं जयंती पर कहा कि उनकी सरकार शिवाजी की विरासत आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है. ठाकरे (Thackeray) ने पुणे के जुन्नार तालुका स्थित शिवनेरी किले में पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित दी और किले के निर्माण के लिए 23 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा की.
शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था. ठाकरे ने वहां पालना समारोह में हिस्सा लिया और किले में विकास कार्य का मुआयना करने के बाद कहा, ‘गरीब और जरूरतमंदों को लगता है कि यह उनकी सरकार है. इसलिए इतनी ज्यादा संख्या में लोग ‘शिव जयंती’ के कार्यक्रम में यहां पहुंचे हैं. हमारी सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है.’
इसे भी पढ़ें:कांग्रेस में प्रियंका गांधी को राज्यसभा में भेजने की लगी होड़, मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी दिया प्रस्ताव
उन्होंने कहा कि शिवनेरी किले के विकास के लिए 23 करोड़ रुपए के कोष की मंजूरी भी दी गई है. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी मौजूद थे. ठाकरे ने कहा, ‘मैं और अजित दादा (पवार) कुछ अच्छा रचनात्मक काम करने के लिए साथ आए हैं और संकल्प लेते हैं कि इसके पूरा ना होने तक शांत नहीं बैठेंगे.’
ठाकरे ने पवार से कहा कि लंबा सफर तय करने के लिए उन्हें साथ आना चाहिए. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी के किले और संग्रहालय को संरक्षित करने के लिए हर कदम उठाया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘हम सुनिश्चित करते हैं कि कोष की कोई कमी नहीं आएगी.'
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 2018 के मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस ले लिया जाएगा. शिवसेना प्रमुख ने इससे पहले ट्विटर पर भी शिवाजी को श्रद्धांजलि दी और ‘शिव जयंती’ पर राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं.
और पढ़ें:सीएम योगी का दावा- सीएए विरोधी हिंसा में पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा
‘शिव जयंती’ की आधिकारिक तारीख 19 फरवरी है, लेकिन शिवसेना का मानना है कि शिवाजी महाराज की जयंती हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाई जानी चाहिए. कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख बालासाहेब थोराट और पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने भी ट्विटर पर शिवाजी महाराज को याद किया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और ट्वीट किया कि उनका साहस और उनकी प्रशासनिक कुशलता अतुलनीय है. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर नमन.'