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महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला- बाढ़ प्रभावित इन जिलों में मिलेंगे फ्री राशन और केरोसिन

Maharashtra Rain : महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से कई जिले बाढ़ और लैंडस्टाइट की चपेट में आ गए हैं. पिछले दो दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं की वजह से करीब कई लोगों को अपनी जान भी गंवाई पड़ी.

Updated on: 24 Jul 2021, 01:54 PM

नई दिल्ली:

Maharashtra Rain : महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से कई जिले बाढ़ और लैंडस्टाइट की चपेट में आ गए हैं. पिछले दो दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं की वजह से करीब कई लोगों को अपनी जान भी गंवाई पड़ी. वहीं, बारिश को लेकर मौसम विभाग (weather department) ने रेड अलर्ट जारी किया है. इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों को हवाई निरीक्षण किया है. महाराष्ट्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए शनिवार को बड़ा फैसला किया है. इस फैसले के तहत बाढ़ प्रभावित इन जिलों में फ्री राशन और केरोसिन दी जाएगी.

महाराष्ट्र के खाद्य आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को मुफ्त में अनाज और केरोसिन दी जाएगी. आपत्तिग्रस्त 6 जिलों में मुफ्त शिव भोजन थाली को दोगुना किया जाएगा. बाढ़ से सबसे ज्यादा रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा , सांगली और कोल्हापुर जिले प्रभावित हुए हैं. इन 6 जिलों में काफी नुकसान हुआ, जहां मुफ्त अनाज दिया जाएगा. हर परिवार को 10 किलो गेहूं, 10 किलो चावल और 5 लीटर केरोसिन दी जाएगी.

मौसम विभाग ने बताया कि महारष्ट्र के पश्चिमी हिस्से (western side) में शानिवार को भी भारी बारिश देखने को मिल सकती है. महाराष्ट्र के अलावा, अन्य राज्यों जैसे मध्य प्रदेश (Madhya pradesh), ओडिशा (Odisha), तेलंगाना (Telangana), कर्नाटक के तटीय इलाके (Coastal areas of Karnataka), साउथ कर्नाटक (South Karnataka) के लिए भी IMD (India Meteorological Department)की ओर से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. बता दें कि महाराष्ट्र के बाद अब कर्नाटक से भी सड़कों पर पानी ही पानी की तस्वीरें सामने आ रही हैं. 

रायगढ़ में भूस्खलन के बाद स्थिति 

भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के तटीय रायगढ़ जिले में एक गांव तलाई के नजदीक भूस्खलन (Raigad landslide) हुआ, जिसमें अबतक 44 लोगों की जान जा चुकी है.  शुक्रवार को तलाई से 32 शव मिले थे. वहीं बाकी शव आसपास के गांवों से मिले. ज़िला कलेक्टर (District Collector ) निधि चौधरी (Nidhi Choudhary) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के रायगढ़ ज़िले में भूस्खलन की 2 अलग-अलग घटनाओं में कुल 44 लोगों  की मौत हुई है और 25 से ज्यादा लोगों की अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है. इसी तरह रत्नागिरी जिले में भूस्खलन हुआ था. वहां 10 लोगों के मलबे में फंसे होने की खबर सामने आ रही है.

घायलों और मृतकों के लिए आर्थिक मदद का एलान 

रायगढ़ जिले में बारिश से हुए हादसे पर दुख जाते हुए पीएम मोदी ने आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है. जिसके अनुसार, जान गंवाने वालों के परिवार को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी और घायलों को 50-50 हजार रुपये मिलेंगे. वहीं, महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की वित्तीय मदद देने की बात कही है. 

बचाव कार्यों के लिए एयरफोर्स और नेवी को उतारा गया

महाराष्ट्र में राहत और बचाव कार्य के लिए एयरफोर्स (Indian Airforce) के दो Mi-17 हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा, दो Mi-17V5 को भी स्टैंड बाय पर रखा गया है. अब शनिवार को भारतीय सेना (Indian Army)और नेवी (Indian Navy) की 6 टीमें बचाव कार्य में जुड़ सकती हैं. इंडियन कोस्ट गार्ड (Indian Coast Guard) ने आपदा राहत दल की सात टीमें पहले से ही महाराष्ट्र, गोवा (Goa) और कर्नाटक के तटीय इलाकों में तैनात की हुई हैं. मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट किया है. इसमें रायगढ़, रत्नागिरी (Ratnagiri), सिंधु गुर्ग (Sindhu Gurg), पुणे (Pune), सतारा (Satara) और कोल्हापुर (Kolhapur) शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस बारिश की वजह से 54 गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं. वहीं 821 आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं. सिर्फ कोल्हापुर से 40 हजार से ज्यादा लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा है.