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अजीत पवार( Photo Credit : Newsstate Bihar Jharkhand)
NDA Government: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हाल ही में राज्य के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मंत्री चंद्रकांत पाटिल की शरद पवार पर की गई टिप्पणी को लेकर अपनी नाखुशी जाहिर की है. अजित पवार का कहना है कि पाटिल के बयान ने लोकसभा चुनाव में नकारात्मक प्रभाव डाला है. पाटिल की यह टिप्पणी बारामती में शरद पवार की राजनीतिक पकड़ को लेकर थी, जिसके चलते चुनावी नतीजों पर असर पड़ा. अजित पवार की पत्नी बारामती संसदीय क्षेत्र से सुप्रिया सुले से डेढ़ लाख से अधिक मतों के अंतर से हार गईं.
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चंद्रकांत पाटिल की विवादित टिप्पणी
आपको बता दें कि चंद्रकांत पाटिल ने बारामती में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार के खिलाफ अपनी मंशा स्पष्ट कर दी थी. उन्होंने एनसीपी के शीर्ष नेता पर बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के 161 सीटें जीतने के बावजूद भी शिवसेना को अपने साथ लाकर 2019 के विधानसभा चुनाव के जनादेश की उपेक्षा करने का आरोप लगाया था. पाटिल ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था, ''मैं और मेरी पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि बारामती में शरद पवार हार जाएं और हमारे लिए इतना ही काफी है.''
अजित पवार का जवाब
वहीं अजित पवार ने पाटिल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ''शरद पवार बारामती लोकसभा सीट पर प्रत्याशी नहीं हैं. यह पाटिल की ओर से दिया गया गलत बयान है. उनके द्वारा यह बयान देने के बाद हमने उनसे बारामती में चुनाव नहीं करने को कहा है.'' उन्होंने यह भी कहा कि पाटिल का बयान लोगों को पसंद नहीं आया और इसने चुनावी परिणामों पर नकारात्मक प्रभाव डाला.
चुनावी हार का जिम्मा
इसके साथ ही अजित पवार के इस नए बयान को उनकी चुनावी हार का जिम्मा पाटिल के बयान से पैदा हुए नकारात्मक प्रभाव पर डालने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. यहां यह उल्लेखनीय है कि बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गुट केंद्र में सरकार बनाने के लिए लगातार बैठक कर रहा है और इसी बीच पवार के इस बयान को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है.
राजनीतिक समीकरण
इस बयानबाजी के बीच राजनीतिक समीकरण भी बदलते नजर आ रहे हैं. शरद पवार का बारामती में प्रभाव किसी से छिपा नहीं है, और उनकी राजनीति का बड़ा हिस्सा इस क्षेत्र पर केंद्रित है. ऐसे में चंद्रकांत पाटिल की टिप्पणी ने सिर्फ चुनावी नतीजों पर ही नहीं बल्कि एनसीपी और बीजेपी के बीच तनाव को भी बढ़ावा दिया है.
विपक्ष की प्रतिक्रिया
बहरहाल, अजित पवार की टिप्पणी के बाद विपक्ष ने भी इस मुद्दे को उठाया और बीजेपी पर आरोप लगाया कि उन्होंने चुनावी रणनीति में व्यक्तिगत हमलों का सहारा लिया है. विपक्ष का कहना है कि इस तरह की टिप्पणियां सिर्फ राजनीति को ही नहीं, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचाती हैं.
HIGHLIGHTS
- मोदी के शपथ ग्रहण से पहले हो गया खेल!
- NDA के नेता ने हार के लिए BJP को ठहराया जिम्मेदार
- चंद्रकांत पाटिल की विवादित टिप्पणी पर सियासत तेज
Source : News Nation Bureau