Maharashtra: महाराष्ट्र में एससी प्रमाण पत्र रद्द होने वाले है. खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने एक दिन पहले यानी गुरुवार को कहा कि अगर हिंदू, बौद्ध और सिख धर्म के लोगों के अलावा किसी भी व्यक्ति के पास एससी प्रमाण पत्र है तो उसे रद्द कर दिया जाएगा. विधान परिषद में सीएम ने कहा कि अगर किसी ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ लिया है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति ने उस प्रमाण पत्र के इस्तेमाल से चुनाव जीता है तो उसे भी रद्द कर दिया जाएगा.
Maharashtra: 'धर्मांतरण से जुड़े मामलों से निपटा जाएगा'
सीएम ने कहा कि महायुति सरकार बलपूर्वक या फिर धोखे से किए जा रहे धर्मांतरण से संबंधित मामलों से निपटने की तैयारी में है. सरकार इसके लिए कड़े प्रावधान लाने वाली है. मामले में जल्द ही फैसला लिया जाएगा. इससे पहले, इस सप्ताह की शुरुआत में यानी सोमवार को गृह राज्य मंत्री पंकज भोयर ने कहा था कि राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में धर्मांतरण विरोधी कानून लाया जाएगा. अन्य राज्यों के समान कानून से ज्यादा कड़ा होगा.
Maharashtra: ईसाई समुदाय के लोगों पर भाजपा नेता ने लगाए आरोप
हाल ही में भाजपा नेता अमित गोरखे ने दावा किया कि पहचान छिपाने वाले ईसाई धार्मिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर रहे हैं. वे लोग अनुसूचित जाति श्रेणी के तहत आरक्षण का लाभ लेते हैं लेकिन मानते दूसरे धर्मों को हैं. भाजपा नेता ने कहा था कि ऊपरी तौर पर ये लोग अनुसूचित जाति के होते हैं. सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ लेते हैं, चुनावों में इसका इस्तेमाल करते हैं. गुप्त रूप से अलग धर्म का पालन करते हैं.
Maharashtra: महिलाओं के साथ धर्मांतरण के नाम पर अत्याचार
भाजपा नेता और विधान परिषद की सदस्य चित्रा वाघ ने कहा कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां पति अपना धर्म छिपाकर धोखे से शादी कर रहे हैं. चित्रा ने सांगली के एक ऐसे ही मामले की सदन में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एक महिला की शादी एक ऐसे परिवार में कर दी गई, जो गुप्त रूप से ईसाई धर्म का पालन करते थे. उन्होंने दावा किया कि महिला को वहां खूब प्रताड़ित किया गया. महिला को धर्म बदलने के लिए मजबूर किया गया. इसी वजह से सात माह की गर्भवती ने आत्महत्या कर ली.