महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज हो चली है. राज्यसभा चुनाव को लेकर चढ़े पारे के बीच छत्रपति संभाजी राजे (Chhatrapti Sambhaji Raje) ने आगामी राज्यसभा चुनाव (Rajyasabha Election News) न लड़ने का औपचारिक ऐलान कर दिया है. माना जा रहा है कि इसके पीछे सबसे बड़ी वजह उनको किसी भी दल से समर्थन न मिलना है. संभाजी ने इस दौरान शिवसेना पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह शिवसेना (Shivsena) से राज्यसभा के लिए समर्थन की आशा रखते थे. लेकिन बजाए समर्थन देने के शिवसेना ने उनके सामने पार्टी में शामिल होने की शर्त रख थी. जबकि वह निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में आना चाहते थे.
शिवसेना में शामिल न होने की बात पर शिवसेना ने उन्हें समर्थन देने से अपरोक्ष रूप से इंकार कर दिया. आपको बता दें कि शिवसेना के दो दिग्गज नेताओं संजय राऊत और संजय पवार ने बीते दिन यानी गुरुवार को राज्यसभा के लिए अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है. वहीं, राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने संभाजी राजे को अपना समर्थन जरूर दिया है, लेकिन उनके पास संख्या बल के आधार पर केवल एक विधायक है. इस दौरान छत्रपति संभाजी राजे ने किसी भी राजनीतिक दल के साथ कोई द्वेष न होने की बात कही. उन्होंने कहा कि मुझे यह चुनाव निर्दलीय लड़ना था. लेकिन समर्थन न होने के कारण यह मुश्किल नजर आ रहा है.
Source : Abhishek Pandey