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महाराष्ट्र: लॉकडाउन के विरोध में सड़क पर उतरे व्यापारी, धंधा चौपट होने का सता रहा डर

व्यापारी संघ के अध्यक्ष विरेन शाह का कहना है कि यदि उनकी दुकानें बंद रहेंगी तो प्रॉपर्टी टैक्स, दुकान का किराया और दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन का पैसा निकालना भी भारी पड़ जाएगा.

Updated on: 07 Apr 2021, 12:01 PM

highlights

  • लॉकडाउन के विरोध में सड़कों पर उतरे महाराष्ट्र के व्यापारी
  • उद्धव ठाकरे के फैसले के खिलाफ किया गया विरोध प्रदर्शन

मुंबई:

देश में कोरोना के मामले लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 1,15,736 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 630 लोगों की मौत भी हुई है. देश में महामारी की शुरुआत से लेकर अभी तक के सबसे ज्यादा नए मामले मंगलवार को ही आए हैं. भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. देश में अभी कोरोना के 8,43,473 एक्टिव केस हैं, ये संख्या चिंता का विषय बने हुए हैं. महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं. देशभर के कुल मामलों में करीब आधे मामले महाराष्ट्र में ही दर्ज किए गए हैं.

कोरोना वायरस की वजह से महाराष्ट्र की मौजूदा स्थिति काफी खराब हो चुकी है. मंगलवार को महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के 55,469 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 297 लोगों की मौत हुई है. बीते 24 घंटों में यहां 34,256 लोग महामारी से रिकवर भी हुई हैं. महाराष्ट्र में फिलहाल 4,73,693 एक्टिव केस हैं जो लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र के मौजूदा हालातों को देखते हुए ही राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार अलर्ट होने के साथ-साथ सख्त भी हो गई है. बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना को देखते हुए नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं. नई गाइडलाइंस के तहत पूरे राज्य में धारा 144 लागू रहेगी. इसके साथ ही रात 8 से सुबह 7 तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा. राज्य में किसी भी एक स्थान पर पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी. इसके अलावा शनिवार और रविवार को लॉकडाउन का ऐलान किया गया है.

जहां एक ओर महाराष्ट्र सरकार कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य के व्यापारी सरकार के इन फैसलों से काफी नाराज हैं. महाराष्ट्र के व्यापारी उद्धव ठाकरे द्वारा लिए गए लॉकडाउन के फैसले का खुला विरोध कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उनका बचा-खुचा बिजनेस भी पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा. व्यापारी संघ के अध्यक्ष विरेन शाह का कहना है कि यदि उनकी दुकानें बंद रहेंगी तो प्रॉपर्टी टैक्स, दुकान का किराया और दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन का पैसा निकालना भी भारी पड़ जाएगा.