महाराष्ट्र: भाजपा अध्यक्ष ने शिवसेना को घेरा, कहा-उन्होंने हिंदुत्व छोड़ा इसका अफसोस है
महाराष्ट्र में जिस तरह से राजनीतिक घटनाक्रम बदला है, इससे हर कोई हैरान है. यहां पर 9 दिनों तक चले सियासी संकट के बीच एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ ले ली है. वहीं डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी देवेंद्र फडणवीस को दी गई है.
highlights
- महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने रखा पार्टी का पक्ष
- कहा, 2019 में ऐसे लोगों के बीच में गठबंधन हुआ, जिन्होंने कभी हिंदुत्व नहीं मान
नई दिल्ली:
महाराष्ट्र में जिस तरह से राजनीतिक घटनाक्रम बदला है, इससे हर कोई हैरान है. यहां पर 9 दिनों तक चले सियासी संकट के बीच एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ ले ली है. वहीं डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी देवेंद्र फडणवीस को दी गई है. ऐसा सभी मान रहे थे कि सीएम पद के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम का ही चयन होगा. मगर सीएम के लिए एकनाथ शिंदे के नाम सामने आने के बाद से सब हैरान रह गए. इस बीच महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कल जिस तरह से देवेंद्र फडणवीस को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई. हर कोई हैरान है. आज इसी बाबत मैं आप लोगों के कुछ सवालों पर रोशनी डालने आया हूं.
2019 में ऐसे लोगों के बीच में गठबंधन हुआ, जिन्होंने कभी हिंदुत्व नहीं माना. ऐसे लोगों के साथ गठबंधन बनाया गया जिसे कभी बाला साहब ठाकरे ने असुर कहा था. पालघर का मुद्दा आपको पता है, श्री राम जन्म भूमि के दौरान जश्न मनाने पर भी रोक लगाई गई, राम मंदिर को लेकर जो नीधी जमा की जा रही थी उस पर भी टीका टिप्पणी की. बालासाहेब जिन्हें हिंदू हृदय सम्राट कहा जाता था उन्हें जनाब कहा जाने लगा. मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर भी चाहे मनसे कार्यकर्ता हो चाहे अन्य हिन्दू संगठन उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए.
चंद्रकांत पाटील उन तमाम मुद्दों की बात कर रहे थे जिसके कारण शिवसेना को घेरा जा रहा था. हमें सत्ता का लोभ नही है हमने एक आम इंसान को हिंदुत्व के लिए और स्वर्गीय आनंद दिघे के शिष्य को मुख्यमंत्री बनाया है. भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी के इस त्याग का आनंद है. जितने निर्णय हमने लिए हैं, उसको शिवसेना की सरकार काटने में लग गई थी. जब हमने निर्णय लिए थे, तब आप भी हमारे साथ सरकार में थे. शिवसेना हमारे साथ चुनाव लड़ी. पीएम मोदी की अगुवाई में उन्होंने चुनाव लड़ा और बाद में साथ छूट गया. इसका अफसोस नहीं हुआ लेकिन उन्होंने हिंदुत्व छोड़ा इसका अफसोस है.
मुंबई की मेट्रो बंद है बुलेट ट्रेन का कोई पता नहीं है. हर साल जहां पर बारिश के कारण परेशानी होती है, इस बार भी हो रही है तो क्या काम किया है उन्होंने. आखिरी वक्त में किसानों की याद आई, अब आप भाजपा पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं. बीते ढाई साल में आपने क्यों नहीं किया. त्याग क्या होता है106 सीट होने के बावजूद हमने एक कट्टर शिवसैनिक जिसको आज उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि वह शिवसैनिक नहीं है उनको सीएम बनाया. देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम का पद संभाला. इसके लिए बहुत ही हिम्मत लगती है. हिंदुत्व के लिए देवेंद्र फडणवीस ने अपने अहंकार को बाजू में रखा और उप मुख्यमंत्री के पद को स्वीकारा और काम पर लग गए. कल से ही उन्होंने काम शुरू कर दिया है.
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