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अब 30 मिनट में पहुंच जाएंगे मुंबई से पुणे, महाराष्ट्र सरकार ने दी इस बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी

यह ट्रेन चुंबकीय तकनीक से लैस पॉड (ट्रैक) पर बुलेट ट्रेन से दोगुनी रफ्तार से चलेगी

Updated on: 03 Aug 2019, 02:19 PM

highlights

  • महाराष्ट्र सरकार ने हाइपरलूप प्रोजेक्ट को दी मंजूरी.
  • हाइपरलूप ट्रांसपोर्टेशन को अपनाने वाला महाराष्ट्र दुनिया का पहला राज्य बना. 
  • हाइपरलूप में यह ट्रेन करीब 1200 किमीप्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी.

नई दिल्ली:

Mumbai to Pune in 35 minutes: अब मुंबई से पुणे की दूरी कुछ ही देर में तय की जा सकेगी. महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को हाइपरलूप ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. जिसके बाद Maharashtra हाइपरलूप तकनीक से ट्रांसपोर्टेशन करने वाला दुनिया का पहला राज्य होगा. जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना. दुनिया का पहला राज्य. आज तक कोई भी देश हाइपरलूप तकनीक से ट्रासंपोर्टेशन नहीं कर पाया है.

इस तकनीक के आ जाने से अब मुंबई-पुणे तक की दूरी में जो समय लगता है वो काफी घट जाएगा और महज 30 मिनट में आप मुंबई से पुणे या पुणे से मुंबई आ सकेंगे. अभी यह दूरी बाई रोड 3 घंटे में पूरी होती है.

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इसके पहले ही चरण को पूरा करने में करीब 35 अरब रुपए का निवेश किया जा रहा है. यह ट्रेन चुंबकीय तकनीक से लैस पॉड (ट्रैक) पर बुलेट ट्रेन से दोगुनी रफ्तार से चलेगी। वैक्यूम ट्यूब सिस्टम से गुजरने वाली कैप्सूल जैसी हाइपरलूप में यह ट्रेन करीब 1200 किमीप्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। इसी के साथ महाराष्ट्र सरकार दुनिया की पहली ऐसी सरकार है जिसने हाइपरलूप प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है.

प्रदेश की फड़नवीस सरकार ने कहा कि महाराष्ट्र दुनिया में पहला हाइपरलूप प्रोजेक्ट चलाने वाला है जिसमें पूरा ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम है. 

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एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल 7 करोड़ 50 लाख यात्री मुंबई से पुणे तक सफर करते हैं और आगे यह संख्या और बढ़ेगी.
2012 में टेस्ला के फाउंडर एलोन मस्क ने इसका कॉन्सेप्ट रखा था। इसे अमेरिकी कंपनी टेस्ला और स्पेस एक्स ने मिलकर आरम्भ किया है। हाईपरलूप में एक सील की ट्यूब की सीरीज होती है जिसके जरिए किसी भी घर्षण और हवा के रूकावट के बिना लोगों को एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा कराई जा सकती है।इसमें ट्रेन जैसी ही लोगों के लिए बैठने की जगह होगी।