logo-image

मालेगांव ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार समीर कुलकर्णी के आरोपों की हुई जांच, स्वतंत्रता पर लगाया था अंकुश 

समीर कुलकर्णी को मालेगांव ब्लास्ट मामले में 9 सितंबर 2008 को हुए धमाके के तुरंत बाद गिरफ्तार किया था. कुलकर्णी की भोपाल में प्रिंटिंग प्रेस है. 

Updated on: 19 Oct 2020, 01:33 AM

मुंबई:

समीर कुलकर्णी को मालेगांव ब्लास्ट मामले में 9 सितंबर 2008 को हुए धमाके के तुरंत बाद गिरफ्तार किया था. कुलकर्णी की भोपाल में प्रिंटिंग प्रेस है. कुलकर्णी पर आरोप लगा था कि उसने मालेगांव धमाके में इस्तेमाल किए गए बम के लिए केमिकल उपलब्ध कराया था. इतना ही नहीं उसपर आरोप लगाया गया था कि कथित तौर पर इंदौर और भोपाल में हुई धमाकों की प्लानिंग में भी वह शामिल था. इसी एफिडेविट पर न्यायालय ने सुनवाई की थी.

आरोपी समीर कुलकर्णी ने मुंबई के वर्तमान पुलिस कमिश्नर समेत कई अन्य पुलिस अधिकारियों पर कस्टडी में टॉर्चर करने का आरोप लगाया है. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट श्रीमती एस जे घरत ने रिपोर्ट में बताया है कि यह दर्शाता है कि जांच अधिकारी द्वारा आरोपी को हिरासत में लिया गया था और उसकी स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया गया था. समीर कुलकर्णी की शिकायत में परम बीर सिंह पर आरोप लगाए गए हैं.