logo-image

Palghar Mob Lynching: CID को सौंपी गई जांच, CM उद्धव ठाकरे ने कहा- कुछ भी सांप्रदायिक नहीं

अब इस घटना की जांच ADG CID अतुल चंद्र कुलकर्णी की निगरानी में होगी. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पालघर लिंचिंग की घटना को लेकर कहा है कि, पूरी घटना में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है बेवजह लोग इसको लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे हैं.

Updated on: 20 Apr 2020, 05:04 PM

नई दिल्ली:

पॉलघर मॉबलिंचिंग की घटना की जांच को CID को सौंप दिया गया है. अब इस घटना की जांच ADG CID अतुल चंद्र कुलकर्णी की निगरानी में होगी. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पालघर लिंचिंग की घटना को लेकर कहा है कि, पूरी घटना में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है बेवजह लोग इसको लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे हैं. सीएम उद्धव ठाकर ने पालघर मॉब लिंचिंग मामले में बताया है कि इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच के लिए एडीजी सीआइडी क्राइम अतुलचंद्र कुलकर्णी को नियुक्त किया गया है.

पालघर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, हमने वहां तैनात 2 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और पूरे मामले की जांच के लिए हमने यह मामला सीआडी को हैंड ओवर कर दिया है. इस घटना की जांच अब ADG CID क्राइम अतुलचंद्र कुलकर्णी की निगरानी में की जाएगी. उन्होंने आगे बताया कि, पालघर मॉब लिंचिंग मामले में 100 से अधिक व्यक्तियों और 5 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस घटना में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है. मैंने आज सुबह गृहमंत्री अमित शाह जी से बात की है.

केंद्र शासित प्रदेश दादर नागर हवेली पर उन्हें रोका गया था
उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह गांव बहुत ही दुर्गम स्थान पर हैं. यह दोनों लोग गुजरात जा रहे थे. केंद्र शासित प्रदेश दादारा नगर हवेली के पास उन्हें रोका गया और उन्हें वापस भेजा गया. वापस जाते वक्त पालघर में एक अफवाह के कारण यह घटना हो गई. उन्होंने आगे कहा कि अगर केंद्र शासित प्रदेश में उन्हें रोक लिया गया होता तो शायद यह घटना न होती. जिस इलाके में यह घटना हुई है वहां कुछ दिनों से अफवाह है कि यहां चोर घूम रहे हैं. इस इलाके में जाने के लिए ठीक से सड़क नहीं है. यहां पहुंचने के लिए भी दादरा नगर हवेली से जाना पड़ता है. जब यह घटना हुई है तब पुलिस के लोग भी घायल हुए हैं.

यह भी पढ़ें-उद्धव ठाकरे की सरकार पर खतरे को लेकर सामने आई संजय राउत की झुंझलाहट, कही यह बात

हम चुप नहीं बैठे हैं
उद्धव ठाकरे ने कहा कि लगातार कल से यह आरोप लग रहा है कि साधुओं की हत्या हो गई. आप चुप क्यों बैठे हो? तो मैं बता दूं हम चुप नहीं बैठे हैं. जब यह घटना हुई तब रात साढे 12 बजे पालघर के एसपी वहां पहुंचे. उसी रात से तड़के पांच बजे आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई थी. 17 अप्रैल तक 100 लोगों से भी ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 18 अप्रैल को उन्हें अदालत में पेश किया गया. अब 30 अप्रैल तक इन्हें पुलिस कस्टडी में रखा गया है. हम अपना काम कर रहे हैं. हमने किसी को भी नहीं बख्शा है. और किसी को भी हम नहीं छोड़ेंगे. कुछ लोग हैं जो इसे मजहबी रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. तो ऐसा न करें. ये किसी मजहब की बात नहीं है. सरकार ने तत्काल दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया है. डीजी सीआईडी क्राइम इस मामले की जांच कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें-पालघर मॉब लिंचिंग केस (Palghar Mob Lynching Case) को लेकर उठे सवाल, उद्धव ठाकरे (CM Udhav Thackeray) की सफाई या केवल लीपापोती

सीएम योगी और गृह मंत्री अमित शाह से हुई बात
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृह मंत्री अमित शाह से हुई है. सभी को हमने सारी बातें समझा दी हैं. हमने बता दिया है कि यह कोई भी धार्मिक मुद्दा नहीं है.