Mumbai News: उम्र केवल एक संख्या है, यह बात एक बार फिर साबित कर दी है 80 वर्षीय महिला ने, जिन्होंने अपने पोते के साथ 10वीं की परीक्षा दी और सफलतापूर्वक पास भी की. यह कहानी सिर्फ एक परीक्षा पास करने की नहीं, बल्कि हौसले, जज़्बे और परिवार के सहयोग की मिसाल है.
इन महिला ने बताया कि जब उनका पोता पढ़ाई में घंटों जुटा रहता था, तो उन्हें भी प्रेरणा मिली. उन्होंने सोचा कि अगर वह पढ़ाई में इतना मन लगा सकता है, तो वह खुद क्यों नहीं? शादी के बाद घरेलू जिम्मेदारियों में उलझकर पढ़ाई अधूरी रह गई थी, लेकिन अब उम्र के इस पड़ाव पर उन्होंने फिर से किताबें उठाईं और परीक्षा देने का साहस किया.
परीक्षा केंद्र में भी उन्हें पूरा सम्मान मिला. उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें ग्राउंड फ्लोर पर ही परीक्षा देने की व्यवस्था की गई, जिससे उन्हें सीढ़ियां चढ़नी न पड़े. परीक्षा केंद्र के शिक्षक और स्टाफ ने भी उनका उत्साह बढ़ाया.
उन्होंने बताया कि उनके परिवार – बच्चों, बहुओं और पोते-पोतियों – ने उन्हें भरपूर समर्थन दिया. बड़ी बहू ने उनका एडमिशन करवाया और स्कूल में साथ भी गईं. घर के सभी सदस्य उनकी पढ़ाई को लेकर गंभीर थे और हर संभव मदद करते थे.
उनका कहना है कि आज की युवा पीढ़ी बहुत होशियार है, लेकिन माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों पर नजर रखें, खासकर मोबाइल और सोशल मीडिया के समय के उपयोग पर. उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि वे पढ़ाई पर ध्यान दें, खुश रहें और जीवन में आगे बढ़ें.