महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी है. सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हो गई है. राज्यपाल ने बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी को सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने को कहा. बीजेपी ने सरकार बनाने से साफ इंकार कर दिया. वहीं शिवसेना और एनसीपी सरकार बनाने के लिए दावा पेश नहीं कर सकी. इसके बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया.
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NCP Chief Sharad Pawar: We are in no hurry. We will hold discussions with Congress and then take a decision (to support Shiv Sena). #MaharashtraGovtFormation pic.twitter.com/MYYYgEpKv0
— ANI (@ANI) November 12, 2019
इसके बाद कांग्रेस नेता अहमद पटेल और एनसीपी नेता शरद पवार ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें सरकार बनाने को लेकर रणनीति बनाई गई है. कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की सरकार बन सकती है. लेकिन कांग्रेस-एनसीपी ने शिवसेना के सामने फिर ये शर्त रखेगी. शर्त ये है कि ढाई साल शिवसेना और ढाई साल एनसीपी के मुख्यमंत्री होंगे. वहीं पूरे 5 साल डिप्टी सीएम कांग्रेस के होंगे. बातचीत के दौरान कांग्रेस ने सरकार गठन के लिए अपनी कुछ शर्तें एनसीपी के समक्ष रखी हैं. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर जोर है. लेकिन एनसीपी चाहती है कि कांग्रेस सरकार का हिस्सा हो ताकि राज्य को मजबूत और स्थायी सरकार दिया जा सके. इसके साथ ही एनसीपी चाहती है कि ढाई साल महाराष्ट्र की सत्ता शिवसेना का मुख्यमंत्री चलाए और बाकी के ढाई साल एनसीपी का. इसके साथ ही एनसीपी कांग्रेस को पांच साल डिप्टी सीएम का पद भी देना चाहती है.
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महाराष्ट्र में सियासी घमासान बढ़ता ही जा रहा है. किसकी सरकार बनेगी तस्वीरें साफ नहीं हो पा रही है. प्रदेश में राष्ट्पति शासन लागू हो गया है. शरद पवार और अहमद पटेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने मलाड के होटल रिट्रीट में शिवसेना विधायकों को संबोधित किया. उद्धव ठाकरे ने कहा कि विधायकों को राष्ट्रपति शासन की चिंता नहीं करनी चाहिए. इसकी वजह से सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि उनकी कांग्रेस और एनसीपी से बात चल रही है और उन्हें धैर्य रखना चाहिए. उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार पर शिवसेना का दावा कायम है. उद्धव ने कहा कि राष्ट्रपति शासन शिवसेना को राज्य में सरकार बनाने से नहीं रोक सकता है. उद्धव ने कहा कि अगले 4 से 5 दिनों में वे राज्य के अकाल प्रभावित इलाकों के दौरे पर निकलेंगे. उन्होंने कहा कि सभी विधायक धैर्य रखें, इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा और जल्द ही महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार बनाएगी.
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उद्धव ठाकरे ने कहा कि अरविंद सावंत पर शिवसेना को गर्व है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी और महबूबा कैसे इकठ्ठे आये. चंद्रबाबू, नीतीश कुमार कैसे बीजेपी के साथ आए इसकी जानकारी मैंने मांगी है. इसके बाद भिन्न विचारधारा की पार्टी कैसे इकठ्ठे आती हैं यह मैं बताऊंगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से सरकार बनाने की इच्छा जताई थी. राज्यपाल ने हमें समय नहीं दिया. राज्यपाल ने हमें समर्थन जुटाने का समय नहीं दिया, लेकिन हमारा सरकार बनाने का दावा अभी भी कायम है.