logo-image

एकनाथ शिंदे गुट के लिए दो तलवारें और ढाल बना चुनाव चिन्ह, EC ने लगाई मुहर

शिंदे को चुनाव आयोग ने बालासाहेबांची शिवसेना का नाम दिया. गुट ने जो नाम दिए हैं, उनमें सूर्य, पीपल का पेड़ और ढाल तलवार जैसे चिन्ह दिए

Updated on: 11 Oct 2022, 06:29 PM

highlights

  •  चुनाव आयोग ने पूरी जांच के बाद इस चुनाव चिन्ह को आवंटित किया
  • उपचुनाव को लेकर शिंदे गुट ने EC को 3 नए चुनाव चिन्ह दिए थे
  • उद्धव ठाकरे गुट को ज्वलंत मशाल चिन्ह दिया है

नई दिल्ली:

भारत के चुनाव आयोग (EC) ने शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट को दो तलवारें और ढाल का प्रतीक आवंटित किया है. उन्हें कल बालासाहेबांची शिवसेना नाम दिया था. मुुंबई के अंधेरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर शिंदे गुट ने EC को 3 नए चुनाव चिन्ह दिए थे. चुनाव आयोग ने एक दिन पहले गदा समेत उनके तीन सिंबलों को नाकार दिया था. मंगलवार को चुनाव आयोग इस पर अंतिम निर्णय लेने वाला था. शिंदे को चुनाव आयोग ने बालासाहेबांची शिवसेना का नाम दिया. गुट ने जो नाम दिए हैं, उनमें सूर्य, पीपल का पेड़ और ढाल तलवार जैसे चिन्ह दिए. चुनाव आयोग ने पूरी जांच के बाद इस चुनाव चिन्ह को आवंटित किया. 

आयोग ने इस तरह के चिन्ह से किया था मना  

शिंदे गुट ने पहले  गदा और त्रिशूल चिन्ह को लेकर अड़ा था. मगर चुनाव आयोग इसे धार्मिक चिन्ह बताया था. इस बीच सोमवार को उद्धव ठाकरे गुट को शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे नाम और मशाल चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया था.  

 

नए चुनाव चिन्ह के साथ जारी किया पोस्टर 

उद्धव ठाकरे गुट ने चुनाव चिन्ह आवंटित होते ही नई पार्टी के नाम का एक पोस्टर निकाला है. चुनाव आयोग ने पार्टी को शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे नाम और चुनाव चिन्ह के रूप में ज्वलंत मशाल चिन्ह दिया है. महाराष्ट्र में कैबिनेट मंत्री और एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्त दीपक केसरकर के अनुसार, आज चुनाव आयोग ने जो निर्णय लिया है वो सबको मानना होगा. हम इस फैसले का ह्दृय से स्वागत करेंगे.  हमें बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना का नाम मिला है. यह हमारे साथ रहेगा. हमेशा से हमने बालासाहेब के हिंदुत्व के विचारों को माना है. ऐसे में हमे ये नाम मिला है. ये उनका आशीर्वाद है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकने ने हिंदुत्व छोड़ा, इसलिए उन्हें बालासाहेब नाम नहीं मिला.