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शिवसेना सरकार में मंत्री अनिल परब के 7 ठिकानों पर ED ने की छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार तड़के शिवसेना नेता और परिवहन मंत्री अनिल डी. परब के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की. ईडी की टीमें एक साथ परब के सरकारी बंगले सहित मुंबई, रत्नागिरी, पुणे में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर पहुंचीं और तलाशी ली.

Updated on: 26 May 2022, 02:03 PM

highlights

  • महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब पर ईडी का शिकंजा
  • घर और दफ्तर पर ईडी के अफसरों ने मारा छापा
  • इससे पहले परब के करीबियों पर आईटी ने मारा था छापा

मुंबई:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार तड़के शिवसेना नेता और परिवहन मंत्री अनिल डी. परब के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की. ईडी की टीमें एक साथ परब के सरकारी बंगले सहित मुंबई, रत्नागिरी, पुणे में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर पहुंचीं और तलाशी ली. ये कार्रवाई करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में की गई है. इससे पहले महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अनिल परब के खिलाफ ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था. दरअसल, शिवसेना नेता अनिल परब के खिलाफ अंबानी बम धमाका मामले में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के पूर्व एपीआई सचिन वाजे ने कई गंभीर आरोप लगाए थे. इसमें सबसे बड़ा आरोप ये था कि अनिल परब करोड़ों की रिश्वत लिया करते थे. उनके खिलाफ करीब 50 करोड़ रुपये की वसूली के आरोप लगाए गए थे. इनके खिलाफ आरोप है कि वह ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर भी लगातार वसूली कर रहे थे.

ये है पूरा मामला
तीन बार महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे 57 वर्षीय अनिल परब फिलहाल राज्य के परिवहन मंत्री हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई दापोली में 2017 में परब के एक करोड़ रुपये के प्रतिफल मूल्य पर एक जमीन की खरीद संबंधी आरोपों से संबंधित है. इस जमीन को 2019 में रजिस्टर किया गया था. एजेंसी कुछ अन्य आरोपों की भी जांच कर रही है. गौरतलब है कि उनके खिलाफ आरोप है कि इस जमीन को बाद में मुंबई के केबल ऑपरेटर सदानंद कदम को 2020 में 1.10 करोड़ रुपए में बेच दिया था. इस बीच, इसी जमीन पर 2017 से 2020 तक एक रिजॉर्ट बनाया गया. आयकर विभाग की जांच में पहले कहा गया था कि रिजॉर्ट का निर्माण 2017 में शुरू हुआ था और बताया जाता है कि इस रिजॉर्ट के निर्माण में 6 करोड़ रुपए नकद खर्च किए गए थे. इससे पहले, निदेशालय ने पूर्व मंत्री अनिल देशमुख से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले में परब से पूछताछ हुई थी.

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उद्धव ठाकरे के दूसरे मंत्री के खिलाफ ईडी ने कसा शिकंजा
परब 'महा विकास अघाड़ी' सरकार के दूसरे मौजूदा मंत्री हैं, जो केंद्रीय जांच एजेंसियों के जांच के घेरे में आए हैं. इससे पहले फरवरी में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्री नवाब मलिक के यहां भी ईडी ने छापा मारा गया था. फिलहाल, वह जेल में हैं. ईडी की इस कार्रवाई पर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कहा है कि यह तो केवल शुरुआत है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कई और लोग ईडी की लिस्ट में शामिल हैं.

इससे पहले आयकर ने मारा था छापा
आयकर विभाग ने मुंबई के परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब के सीए के दफ्तर पर 8 मार्च को छापा मारा था. साथ ही राज्य में आईटी विभाग ने आदित्य ठाकरे और अनिल परब के करीबी सहयोगियों के कार्यालय और आवास पर भी छापेमारी की. ये कार्रवाइयां मुंबई और पुणे में की गई थी. इस छापे के बाद इन कार्रवाइयों को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत भाजपा पर बिफरते नजर आए थे.