Mumbai Boat Accident: महाराष्ट्र के मुंबई में बीते दिन बड़ा नाव हादसा हुआ, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 100 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया. अब इस हादसे को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. बता दें कि बुधवार को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से यात्रियों से भरी नाव एलिफेंटा जा रही थी. तभी एक नेवी की स्पीड बोट इंजन आई और अपना नियंत्रण खो बैठी. तेज स्पीड बोट और नाव की टक्कर हो गई और नाव में सवार कई यात्री समुद्र में गिर पड़े.
इस गलती की वजह से हुआ नाव हादसा
अब यहां बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर नेवी नाव की टेस्टिंग वहां क्यों की गई, जहां यात्री आते-जाते हो. इसे ऐसी जगह पर क्यों नहीं किया गया, जहां यात्री आते-जाते ना हो. दरअसल, ज्यादातर लोग जो भी गेटवे ऑफ इंडिया घूमने आते हैं, वह वहां से नाव लेकर एलिफेंटा आईलैंड भी घूमने जाते हैं.
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13 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन?
बुधवार को भी नीलकमल नाव में सवार होकर 120 लोग आईलैंड जा रहे थे. तभी यह दर्दनाक हादसा हुआ. नाव की केपेसिटी 80 लोगों की होती है. बावजूद इसमें 120 लोगों को सवार कर लिया गया था. इतना ही नहीं, जब यह हादसा हुआ तब नाव पर लोगों की संख्या के हिसाब से सेफ्टी जैकेट और गैजेट की भी कमी थी. इस हादसे की बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि नाव में क्षमता से ज्यादा लोगों का होना.
पीड़ित परिवार ने की सख्त कार्रवाई की मांग
वहीं, नेवी की स्पीड बोट इंजन की टेस्टिंग भीड़भाड़ वाली जगहों पर क्यों की गई, इसे लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. सवाल यह कि जब सभी को पता है कि इस रास्ते पर यात्रियों से भरी बोट जाती है तो यहां टेस्टिंग क्यों किया गया. स्पीड बोट और नाव के आपस में टकराते ही यात्रियों से भरी नाव समुद्र में डूबने लगी और जब लोगों ने जान बचाने की कोशिश की तो नाव पर सेफ्टी गैजेट की कमी थी. अब हादसे के बाद से पीड़ित परिवार जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, उस पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर कर रहे हैं.