/newsnation/media/post_attachments/images/2019/11/29/devendra-fadnavis-and-udhhav-67.jpg)
उद्धव ठाकरे देवेंद्र फडणवीस( Photo Credit : फाइल फोटो)
महाराष्ट्र मेट्रो कारशेड का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है. पू्र्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार पर निशाना साधा है. मेट्रो कारशेड को आरे से कंजुरमार्ग में स्थांतरित किया जाएगा. फेसबुक लाइव के माध्यम से नागरिकों के साथ बातचीत करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने जानकारी दी थी. जिसके बाद राजनीतिक दलों से कई तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं. विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फैसले पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि कांजुरमार्ग में स्थानांतरित करने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है. शिवसेना पर हमला करते हुए कहा कि यह सिर्फ अहंकार को संतुष्ट करने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है.
Unfortunate decision to shift Metro CarShed from Aarey to Kanjurmarg and that too just to satisfy ego❗️
This decision will increase the cost of the project by at least ₹4000 crore and this cost escalation is assessed by the committee appointed by this Government. #Aarey— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) October 11, 2020
उन्होंने कहा कि इसी सरकार द्वारा गठित एक समिति ने कहा कि अगर मेट्रो कार शेड को कंजूर मार्ग पर स्थानांतरित कर दिया जाता है, तो उसे 4,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करने होंगे. उन्होंने पूछा कि यह कुरूप राज्य सरकार अपने अहंकार के लिए किसे मारना चाहती है? और क्यों? उच्च न्यायालय ने कांजुरमार्ग साइट पर रोक लगाते हुए कहा था कि सरकार ने पहले इस पर विचार किया था. कुछ निजी व्यक्तियों ने जगह का दावा किया. फडणवीस ने स्पष्ट किया कि अगर अदालत ने अगली अवधि में दावों का निपटारा किया तो उन्हें राशि का भुगतान करने के लिए कहा गया.
कांजुरमार्ग की साइट 'मार्श भूमि' है, इसलिए इसे स्थिर करने में कम से कम 2 साल लगेंगे. इसके अलावा, पिछले सभी निविदाओं को रद्द करना होगा और पूरी प्रक्रिया को नए सिरे से लागू करना होगा. इस नए स्थान के लिए कोई डीपीआर या व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार नहीं की गई है. इसका मतलब यह है कि मेट्रो परियोजना, जो अगले साल मुंबईकरों की सेवा में थी, अब अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है. फडणवीस ने कहा कि आरे की कार शेड के लिए पहले ही 400 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके थे और 1,300 करोड़ रुपये स्थगित होने के कारण खो गए थे.
Source : News Nation Bureau