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महाराष्ट्र में वन्दे मातरम् को लेकर फिर बड़ा बवाल

शिंदे-फडणवीस सरकार ने रविवार को मंत्रियों के पोर्टफोलियो की घोषणा की. इस दौरान भाजपा के विधायक सुधीर मुनगंटीवार को सांस्कृतिक मंत्री बनाया गया है.

Updated on: 15 Aug 2022, 11:29 PM

highlights

  • संस्कृति मंत्री सुधीर ने पदभार स्वीकारने से पहले ही जारी किया फरमान
  • अब महाराष्ट्र में फोन पर  "हेलो के बजाय वन्दे मातरम् बोलने का दिया आदेश
  • सरकारी अधिकारी और कर्मचारी फोन पर नहीं बोल सकेंगे हेलो

मुंबई:

शिंदे-फडणवीस सरकार ने रविवार को मंत्रियों के पोर्टफोलियो की घोषणा की. इस दौरान भाजपा के विधायक सुधीर मुनगंटीवार को सांस्कृतिक मंत्री बनाया गया है. पोर्टफोलियो की घोषणा के तुरंत बाद ही एक कार्यक्रम में घोषणा की है कि अब फोन पर हेलो कि जगह वन्दे मातरम् बोला जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की है कि सभी सरकारी कार्यालय में इसे लागू किया जाएगा. साथ ही मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने आम जनता से भी फोन पर हॅलो का जगह वन्दे मातरम् कहने की अपील की है.

हेलो को बताया अंग्रेजों की पहचान
मंत्री ने अपने बयान में कहा है कि हमारी देशभक्ति एक जनवरी से शुरू होकर 31 दिसंबर खत्म नहीं होना चाहिए, इसका हमें ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि आज तक हम अंग्रेजों का दिया हुआ हैलो शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं. हम फोन उठाते है तो हेलो कहते है. मोबाईल फोन उठाते हैं तो हेलो कहते है. हम जब अंग्रेजों की गुलामी में थे, तब अंग्रेजों का दिया हुआ यह हेलो शब्द है. हमारे देश के स्वतंत्रता के वीरों ने हाथ में तिरंगा लिए वन्दे मातरम् कहते हुए अपना बलिदान देकर हमें देश की आजादी दी, लेकिन फिर भी आज तक अंग्रेजो की छाप में कोई कमी नहीं हो रही है. एक सांस्कृतिक मंत्री होने के नाते में महाराष्ट्र के सांस्कृतिक विभाग के पहले संकल्प की घोषणा करता हूं. अब हेलो नहीं, वन्दे मातरम् बोलो.

हर गली चौराहे पर मोबाइल हो या लैंडलाइन हो 15 अगस्त से यह नियम जारी करता हूं. आप भी हमारे साथ यह संकल्प करें कि कोई भी आज के बाद हेलो नहीं कहेगा. कहेगा तो देशभक्ति का गीत वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम् कहेगा. उन्होंने कहा कि आज से यह संकल्प करते हैं कि हम वन्दे मातरम कहेंगे. 15 अगस्त से 26 जनवरी और हर दिन हम फोन कॉल पर वन्दे मातरम् ही कहेंगे. यह देश और उसका तिरंगा विश्व गौरव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे हाथ में दिया है. अब हाथो में तिरंगा भी लहरेगा और ओंठो से वहां स्वतंत्रता के वीरों के शब्द गूंजेंगे. यानी अब हेलो नहीं, वन्दे मातरम् कहो. मंत्री ने कहा कि आज से यह संकल्प हम करते हैं कि किसी का फोन आया, तो हेलो नहीं, वन्दे मातरम् कहेंगे.

समाजवादी पार्टी ने किया विरोध
मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के इस प्रस्ताव का समाजवादी पार्टी ने विरोध किया है. समाजवादी पार्टी के युवा सभा अध्यक्ष फहाद अहमद ने कहां है कि जिसको जो बोलना है, बोलें. किसी को वन्दे मातरम कहना है, किसी को नमस्कार करना है किसी को सलाम पेश करना है कोई जय महाराष्ट्र कहे तो कहे, लेकिन सब को एक ही शब्द कहना है यह सब नहीं होगा. माननीय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से अपील करते है कि अपने मंत्रियों से बात करें. अगर सुधीर मुनगंटीवार ने वन्दे मातरम् को अनिवार्य किया तो हम इसके खिलाफ सड़क पर उतरेंगे. साथ ही अल्पसंख्यकों ने भी मंत्री के इस फैसले का विरोध किया है. मुंबई के कुर्ला स्थित कुर्ला वॉइस एनजीओ ने कहा है कि कोई मंत्री अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस तरह से बयान जारी नहीं कर सकते हैं. 

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विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहां हमने तो जय महाराष्ट्र लागू किया था.  उन्होंने कहा कि सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि वंदेमातरम कहना होगा तो यह उनका अधिकार है. जब हमारी सरकार थी तो हमने नियम लाया था कि सरकारी कार्यालयों में जो भी फोन पर बात करेगा फोन उठाते समय जय महाराष्ट्र कहेगा, लेकिन सदन शुरू होने वाला है तो मैं सुधीर मुनगंटीवार से जरूर पूछूंगा कि वंदे मातरम कहने का क्या मतलब है. अगर अर्थ सही लगा तो ठीक है, नहीं लगा तो फिर हम उस पर चर्चा करेंगे.