सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामे की तस्वीर बदल गई है. अजित पवार के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra fadnavis) ने राज्यपाल से मुलाकात कर सीएम पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इस पर कांग्रेस ने बीजेपी की चुटकी ली है. कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि बहुमत का दावा करने वालों की पोल खुल गई है और अब इन दोनों नेताओं को राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री और अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि बहुमत का दावा करने वालों की पोल खुल गई है और अब इन दोनों नेताओं को राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, जनमत को अगवा करने वालों के ‘अल्पमत’ की पोल खुल ही गई. अब साफ है कि भाजपा में चाणक्यनीति के मायने प्रजातंत्र का अपहरण है. "उन्होंने कहा, "देवेंद्र फड़नवीस व अजित पवार को महाराष्ट्र की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए. उनकी सरकार झूठ व दलबदल पर आधारित थी जो ताश के पतों सी गिर गई है.
वहीं, सूत्रों के अनुसार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में गुरुवार को एक नई सरकार शपथ लेगी. इसके तहत उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ लेंगे. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेता आज शाम 7 बजे राज्यपाल से मिलेंगे. इस दौरान वह राज्यपाल के पास राज्य में सरकार बनाने के प्रस्ताव पेश करेंगे. सूत्रों का कहना है कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री, बाबासाहब थोराट और जयंत पाटिल डिप्टी मुख्यमंत्री बनेंगे.
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवसेना पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना-बीजेपी को बहुमत दिया था. लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अपना मन बदल दिया. शिवसेना से बीजेपी ने ढाई-ढाई साल का वादा नहीं किया था. हमने पहले ही अपना रूख उनके सामने साफ कर दिए थे. अमित शाह ने साफ किया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो