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CM उद्धव ठाकरे का मोहन भागवत पर हमला, ये कैसा हिंदुत्व?

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने कहा कि मुझे पता है कि बहुत दिनों के बाद आप सभी को बोलने का मौका मिला है. हमारी आवाज ना कोई दबा पाया है और ना कोई दबा पाएगा.

Updated on: 15 Oct 2021, 07:36 PM

highlights

  • महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने सभी को दशहरा की ढेर सारी शुभकामनाएं दीं
  • हमारी आवाज ना कोई दबा पाया है और ना कोई दबा पाएगा : मुख्यमंत्री
  • माता-पिता ने कहा था कि जिस दिन अहंकार आएगा, उस दिन तुम खत्म हो जाओगे

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने कहा कि मुझे पता है कि बहुत दिनों के बाद आप सभी को बोलने का मौका मिला है. हमारी आवाज ना कोई दबा पाया है और ना कोई दबा पाएगा. आप सभी को दशहरा की ढेरों सारी शुभकामनाएं. 1967 से शुरू हुई इस परंपरा को हम अभी भी लेकर चल रहे हैं. इस दिन मैं आप सभी से आशीर्वाद लेने आता हूं. शास्त्र की पूजा के बाद मैंने आप सभी की पूजा की, क्योंकि आप मेरे असली शास्त्र हो. हमेशा पूजा करते समय यही कहता हूं कि मुझे हर एक जन्म में यही माता-पिता और परिवार मिले.

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उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री हूं, ऐसा मुझे नहीं लगता है और ना ही आप किसी को लगता है. मैं आपके परिवार का सदस्य हूं. पहले जो कहते थे कि मैं वापस आऊंगा (देवेंद्र फडणवीस) वो अब कहते हैं कि मुझे लगता ही नहीं कि मैं मुख्यमंत्री हूं. सत्ता आती और जाती है. माता-पिता ने पहले ही कहा था कि जिस दिन अहंकार आएगा, उस दिन तुम खत्म हो जाओगे.

उन्होंने आगे कहा कि आज भी मैं क्या बोलूंगा, किसपर टिप्पणी करूंगा इसपर सबकी नजर है. आज कोरोना की वजह से भीड़ नहीं कर सकते हैं. मेरे भाषण के बाद आज अनेक लोग रुके हुए हैं कि कब मैं बोलूं और कब वो चिढ़ जाएं. मैं उनके लिए नहीं, आप सभी के लिए बोल रहा हूं. कोई ठाकरे परिवार पर हमला कर रहा है. हमला मतलब कोई पैदा नहीं हुआ कि जो हमपर हमला कर सकते. कोई भी परिवार पर टिप्पणी कर रहा है. यह वो हैं, जिनके पास रोजगार नहीं बचा है, इसलिए चिढ़ते रहते हैं.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हर्षवर्धन पाटिल ने पिछले दिनों कहा कि मैं बीजेपी में गया हूं. हर्षवर्धन पाटिल मैं कभी नहीं जा सकता हूं. हर्षवर्धन पाटिल उस विदेशी शख्स की तरह बात करते हैं जो कहता है कि पहले मैं सो नहीं पाता था, लेकिन बीजेपी में जाने के बाद नींद अच्छी आती है. हर्षवर्धन पाटिल ने ऐसी ही बात की. हमें शिवाजी महाराज और शिवसेना प्रमुख ने सिखाया है कि किसी से डरना नहीं है. ईडी-सीबीआई से हम नहीं डरते हैं. 

सीएम उद्धव ने कहा कि धमका कर पुलिस के पीछे छुपने वाले हम नहीं हैं. इस तरह के कई लोग हैं, जो ऐसी ही बात करते हैं. हिंदुत्व तो मुद्दा है ही. आज मेरी ही तरह आरएसएस का भी सभा होता है. हमारे विचार एक हैं हिंदुत्व.. इसलिए हम बीजेपी के साथ गए थे. तुमने वचन नहीं माना, नहीं तो हम साथ होते. इसलिए मैंने पिताजी को जो वचन दिया, उसके लिए मैं मुख्यमंत्री बना. मेरे अलावा भी शिवसैनिक मुख्यमंत्री बनेंगे. अगर उन्होंने अपना वचन निभाया होता तो शायद मैं राजनीति से भी चल जाता, लेकिन जो करना था, वो मैंने किया. 

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उन्होंने कहा कि मैं वो नहीं हूं जो कहता है कि मैं झोला वाला आदमी हूं. आज आरएसएस की भी सभा हुई. हिंदुत्व की बात हुई. मैं मोहन जी को कहता हूं कि माफ कीजिए, आज मैं आप पर टीका टिप्पणी नहीं कर रहा. हिंदुत्व का मतलब राष्ट्र प्रेम है. बालासाहेब ने कहा कि पहले हम देशवासी हैं, उसके बाद धर्म आता है. धर्म घर पर रख हम जब बाहर निकलते हैं, तब देश हमारा धर्म होता है. जब हम देश को धर्म बनकर आगे निकलते हैं और कोई दूसरा धर्म के नाम पर कुछ भी करता है तो उसके खिलाफ बोलना भी हमारा कर्तव्य है.

सीएम ने कहा कि मोहन भागवत ने आज कहा कि जो पिछले बार भी कहा था वो सही है कि पहले सभी के पूर्वज एक थे, बिल्कुल पहले नहीं जा रहा, नहीं तो बंदर तक पहुंच जाएंगे. लेकिन अगर सबके पूर्वज एक हैं तो फिर विपक्ष वाले के पूर्वज इसमें नहीं हैं क्या, किसानों के पूर्वज नहीं है क्या, जिनपर गाड़ी चढ़ाया गया, ये नहीं हैं क्या. मैं मोहन भागवत को पूछता हूं कि क्या आप इससे सहमत हैं जो उनके साथ हो रहा है. आम आदमी से कहना चाहता हूं कि वोट सबसे बड़ा हथियार है.

उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने आज कहा कि जो लड़ाई है वो विचार से होना चाहिए, युद्ध नहीं. यह बात आपको उनको भी बतानी चाहिए, जो सत्ता में रहने के लिए कुछ भी कर रहे हैं. नशा की बात की गई, नशा पर कार्रवाई उठाई जानी चाहिए, लेकिन जो सत्ता का नशा कर रहे हैं, उनका क्या. कुछ भी कर सत्ता में रहना है. अगले महीने हमारी सरकार के दो साल हो जाएंगे. अब भी कहता हूं, हिम्मत हो तो इस सरकार को गिरकर दिखाओ.

उन्होंने आगे कहा कि देश का अमृत महोत्सव चल रहा है. आजादी के समय लाल बाल और पाल ने देश को सब दिखाया था. अब भी बंगाल, पंजाब और महाराष्ट्र यह कर रहे हैं. मैं ममता दीदी और बंगाल की जनता का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने सत्ता के आगमन की ताकत दिखाई. अब जो शिवसेना को बदनाम कर रहे हैं, उनसे कहना चाहूंगा कि 92-93 साल में अगर शिवसेना के लोग नहीं उतरते, तो यह हिट भी नहीं. 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि आरटीआई में पूछा गया कि क्या हिंदुत्व खतरे में है. जवाब मिला नहीं, लेकिन आज हिंदुत्व खतरे में है, उनसे जो नए नए हिंदुत्व बने हैं. सावरकर का मुद्दा आज जो उठा रहे हैं, उनको समझ भी आता है क्या, सावरकर के बारे में बोलने वाले कौन हैं. पिछले दिनों राजनाथ सिंह ने जो विवादित बयान दिया था, क्या जरूरत थी उसकी, क्या वो इस लायक है कि सावरकर और गांधी के बारे में कुछ कहें. न इनको सावरकर समझ आते है और न ही गांधी.

उन्होंने आगे कहा कि अगर अब हिंदुत्व पर खतरा नहीं है, तो फिर जब खतरा था, तब उनके सामने बालासाहेब ठाकरे हिंदुत्व के दुश्मन के सामने खड़े थे. तब भी कहा गया था कि उड़ा देंगे, लेकिन तब भी कहा था कि जिस रंग की गोली मेरे पर चलेगी, वो रंग इस देश में नहीं दिखेग.। किसी में हिम्मत नहीं हुई. आज जो शेर बन रहे हैं वो बाबरी गिराने के सामने डरकर छुपे हुए थे. तब भी बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि गर्व से कहो, हम हिन्दू हैं.

सीएम ठाकरे ने कहा कि मुंबई में जब दंगा हुआ तब भी शहर को बचाया था. मुझे याद है कि दंगे के समय जब महिला की इज्जत लोग उतार रहे थे तब उन्हें बचाने वाले शिवसैनिक ही थे. आज अगर हम आपके पालखी को कंधा नहीं लगा रहे तो आप हमपर आरोप लगा रहे हैं. हम भगवान, देश और धर्म के पालखी के साथ खड़े हैं, आपके पार्टी के पालखी के साथ नहीं. आपके खराब समय में हम आपके साथ थे. हर्षवर्धन पाटिल जब आपके पार्टी में आ गए, तब वो सही आदमी थे. 

उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना के परिवारवालों पर आरोप लगाना हिंदुत्व नहीं, इसे नामर्दगी कहते हैं. मेरे पास मेरे दादाजी के शब्द भी हैं और पिताजी के भी. आपके लिए आज शिवसैनिक भ्रष्ट हो गया, इसलिए आप उनके पीछे लगे हुए हैं. सत्ता में आपको सबकुछ चाहिए. एक पंढरपुर में चुनाव हुए और एक उसके बाद, इनके पास उसके लिए प्रत्याशी नहीं थे. दूसरों को उतारना पड़ा और यह खुद को दुनिया का सबसे बड़ा पार्टी बताते हैं. 

उन्होंने कहा कि हमने जो काम किया वो आपको एक फ़िल्म के ज़रिए दिखाया. आपको उसपर गर्व होना चाहिए. मैं एकनाथ शिंदे और ठाणे के शिवसैनिकों को धन्यवाद देता हूं, वो इसलिए क्योंकि नवरात्रि के 9 दिन ठाणे के लोगों ने रक्तदान किया. बाकी लोग केवल कहते हैं कि गरबा नहीं खेलने दिया, यह कैसा हिंदुत्व है. मैं बताना चाहता हूं कि समाज सेवा हिंदुत्व है. रक्तदान करते समय हम धर्म, जात नहीं सोचते हैं. मोहन जी जो आप कहते हैं, सभी के पूर्वज एक हैं, हम रक्तदान करते हुए यह बता रहे हैं कि हम सब साथ हैं. कोई दूसरा राजनैतिक दल यह करके दिखाए.

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उद्धव ठाकरे ने कह कि राज्यपाल ने हाल ही में पत्र लिखा, उसमें भी जो मुद्दा उठाया वो गंभीर था. उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए दो दिन का विशेष अधिवेशन बुलाने को कहा. मैंने उनको कहा कि यह शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र है, इसलिए जो भी इसके लिए ज़िम्मेदार होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा. अब केवल औपचारिकता है, आने वाले दिनों में उसे फांसी भी होगी. मैंने उनसे कहा कि महिलाओं पर अत्याचार सभी जगह हो रहा है. महाराष्ट्र में नहीं बल्कि मोदीजी को आप विशेष अधिवेशन बुलाने कहिए, सभी लोगों को बुलाया जाए और कोई रास्ता निकाला जाए. केवल रो कर बाद में चले जाने से कुछ नहीं होता, इसलिए कड़े कानून बनाकर हम इसे सुधार रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में एक-दूसरे नज़र से देखा जा रहा है. महाराष्ट्र में कुछ हुआ तो कहते हैं कि लोकतंत्र का खून महाराष्ट्र में हुआ. अगर महाराष्ट्र में लोकतंत्र का खून हुआ, तो उत्तर प्रदेश में क्या है. 26/11 के याद में हम स्मृति दिन उन सभी लोगों को याद करते हैं जिसमें पुलिस भी शामिल हैं. अब ऐसे पुलिस को आप माफिया कहते हैं. हमारे महाराष्ट्र में कई ऐसे पुलिस वाले हैं जो उसी तरह से आतंकवाद से यहां लड़ रहे हैं जैसे जवान सीमा पर लड़ते हैं. आप इनपर आरोप लगाते हैं.