CBI ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ दर्ज की FIR, कई जगहों पर ले रही तलाशी

सीबीआई ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और अन्य के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की है. इससे पहले सीबीआई अनिल देशमुख से पूछताछ भी कर चुकी है.

author-image
Kuldeep Singh
एडिट
New Update
Anil deshmukh

CBI ने अनिल देशमुख के खिलाफ दर्ज की FIR, कई जगहों पर ले रही तलाशी( Photo Credit : न्यूज नेशन)

महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई ने बड़ा एक्शन लिया है. सीबीआई ने अनिल देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. अनिल देशमुख पर मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने वसूली का आरोप लगाया था. इन आरोप के बाद अनिल देशमुख को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी और हाईकोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ सीबीआई ने जांच शुरू की है. पिछले दिनों ही सीबीआई ने अनिल देशमुख से पूछताछ करने से पहले रविवार को केंद्रीय एजेंसी ने अनिल देशमुख के दो निजी सहायकों से पूछताछ की थी. दूसरी तरफ एनआईए की गिरफ्त में चल रहे मुंबई पुलिस के निलंबित सचिन वाझे के दो ड्राइवरों से भी पूछताछ की थी.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः मई में कोरोना से हर दिन हो सकती हैं 5 हजार मौतें, अमेरिकी स्टडी में डराने वाला दावा

आरोपों के बाद दिया था इस्तीफा
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोप के बाद अनिल देशमुख को सूबे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. परमबीर सिंह ने एक चिट्ठी लिख कर अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का आरोप लगाया था. सीएम को लिखी चिट्ठी में परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख अपने आवास पर सचिन वाज़े से मुलाकात करते थे. साथ ही उन्होंने हर महीने मुंबई से 100 करोड़ रुपये की वसूली करने की बात कही थी. इस मामले में परमबीर सिंह ने हाईकोर्ट का  रुख किया था. जिसके बाद हाईकोर्ट ने परमबीर के आरोपों की जांच सीबीआई को करने को कहा था. कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई अगले 15 दिन की रिपोर्ट देगी जिसके बाद यह फैसला होगा कि अनिल देशमुख पर एफआईआर दर्ज की जाए या नहीं.

यह भी पढ़ेंः जर्मनी से 23 ऑक्सीजन प्लांट एयरलिफ्ट करेगी वायुसेना, एक मिनट में होगा 900 किलो का उत्पादन

शरद पवार ने किया था देशमुख का बचाव
परमबीर सिंह के चिट्ठी के बाद महाराष्ट्र में सियासी संकट जोर पकड़ने लगा था. अनिल देशमुख विपक्ष के निशाने पर आ गए थे. शुरुआत में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने देशमुख का बचाव किया था और उनके इस्तीफे से इनकार किया था. उन्होंने देशमुख पर लगे आरोप को राजनीति से प्रेरित बताया था. हालांकि विवाद के जोर पकड़ने के बाद देशमुख को इस्तीफा देना पड़ा था.

cbi maharashtra anil-deshmukh
      
Advertisment