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BMC Election 2026: बीएमसी चुनाव का वक्त जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सियासी हलचलें भी तेज होती जा रही हैं. इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) को बड़ा राजनीतिक नुकसान झेलना पड़ा है. पार्टी की मुंबई अध्यक्ष राखी जाधव ने एनसीपी-एसपी का साथ छोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. सोमवार, 29 दिसंबर को उन्होंने पहले बीजेपी विधायक पराग शाह से मुलाकात की और इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उनके वर्षा निवास पर जाकर औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गईं. इस घटनाक्रम को बीएमसी चुनाव से पहले शरद पवार के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है.
गठबंधन की असमंजस ने बढ़ाई मुश्किलें
पिछले कुछ समय से यह चर्चा जोरों पर थी कि मुंबई में शरद पवार गुट किसके साथ चुनावी तालमेल करेगा. एक ओर उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) थी, तो दूसरी ओर कांग्रेस. इसी असमंजस के बीच बीजेपी ने रणनीतिक चाल चलते हुए सीधे एनसीपी-एसपी की मुंबई अध्यक्ष को ही अपने खेमे में शामिल कर लिया. इससे न सिर्फ शरद पवार गुट की मुंबई इकाई कमजोर हुई है, बल्कि आगामी चुनावों में उसकी स्थिति पर भी सवाल खड़े हो गए हैं.
राष्ट्रवादी काँग्रेसच्या(शरद पवार गट) मुंबई महिला अध्यक्ष, माजी नगरसेविका राखी जाधव यांनी भारतीय जनता पक्षामध्ये प्रवेश केला. भाजपा मुंबई अध्यक्ष अमीत साटम जी आणि आम्ही त्यांचे पक्षात स्वागत केले.
— Adv. Ashish Shelar - ॲड. आशिष शेलार (@ShelarAshish) December 29, 2025
यावेळी घाटकोपर पूर्वचे आमदार पराग शाह आणि पदाधिकारी उपस्थित होते. @AmeetSatam… pic.twitter.com/njH4qjWSV4
सीट बंटवारे से नाराज थीं राखी जाधव
राखी जाधव उन नेताओं में शामिल थीं, जिन्होंने अजित पवार और शरद पवार के बीच पार्टी टूट के दौरान शरद पवार का साथ दिया था. लेकिन समय के साथ उनकी नाराजगी बढ़ती चली गई। बताया जा रहा है कि बीएमसी चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर वे लगातार असंतुष्ट थीं.
सूत्रों के मुताबिक, राखी जाधव ने पार्टी नेतृत्व को 52 संभावित उम्मीदवारों की सूची सौंपी थी और उम्मीद जताई थी कि गठबंधन में एनसीपी-एसपी को कम से कम 30 सीटें मिलनी चाहिए. लेकिन उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप बात नहीं बनी। उन्हें यह भी लगा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मजबूती से ज्यादा सीटों के लिए दबाव नहीं बनाया, जिससे उनका मोहभंग हो गया.
बीजेपी में एंट्री के मायने
बीजेपी में शामिल होने के बाद राखी जाधव का राजनीतिक भविष्य अब नई दिशा ले सकता है. माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें घाटकोपर या किसी प्रभावशाली वार्ड से बीएमसी चुनाव का टिकट दे सकती है. हालांकि, इस फैसले से बीजेपी के भीतर भी चुनौतियां सामने आ सकती हैं, क्योंकि जिस वार्ड से उन्हें टिकट मिलेगा, वहां स्थानीय कार्यकर्ताओं की नाराजगी और बगावत की आशंका जताई जा रही है.
बदलते समीकरण और आगे की राजनीति
राखी जाधव के बीजेपी में जाने से मुंबई की राजनीति में समीकरण तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं. जहां एक ओर शरद पवार गुट को बड़ा झटका लगा है, वहीं बीजेपी ने विपक्ष में सेंध लगाकर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस राजनीतिक फेरबदल का बीएमसी चुनाव पर क्या असर पड़ता है.
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