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बीएमसी डॉक्टरों ने वजीफा का बकाया मांगने के लिए ऑन-ड्यूटी विरोध किया

कोविड -19 रोगियों के लिए 24 घंटे 7 दिन काम करने वाले फ्रंटलाइन मेडिकोज ने एक सोशल मीडिया अभियान शुरू किया और विभिन्न शहर के अस्पतालों में 'बीएमसी बेट्रेड अस, बेट्रेयड, स्टिल वर्किंग' जैसे नारे लगाने वाले प्लेकार्ड पर लिखे

Updated on: 07 May 2021, 10:25 PM

highlights

  • बीएमसी के सायन, केईएम और नायर अस्पतालों के डॉक्टर विरोध प्रदर्शनों में भाग ले रहे हैं
  • रेजिडेंट डॉक्टरों ने मांग की है कि स्टाइपेंड एरियर को पूरी तरह से मंजूरी देनी चाहिए

मुंबई:

इस कोरोना काल में जहां डॉक्टर और फ्रंटलाइन वर्कर्स दिन रात मरीजों की सेवा में लगे है वही मुम्बई के सैकड़ों रेजिडेंट डॉक्टरों ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) पर विश्वासघात का आरोप लगाया, इन रेजिडेंट डॉक्टरों ने पिछले साल घोषित अपने बढ़े हुए स्टाइपेंड के एरियर के भुगतान की मांग करते हुए शुक्रवार को यहां ऑन-ड्यूटी प्रदर्शन किया. कोविड -19 रोगियों के लिए 24 घंटे 7 दिन काम करने वाले फ्रंटलाइन मेडिकोज ने एक सोशल मीडिया अभियान शुरू किया और विभिन्न शहर के अस्पतालों में 'बीएमसी बेट्रेड अस, बेट्रेयड, स्टिल वर्किंग' जैसे नारे लगाने वाले प्लेकार्ड पर लिखे. बीएमसी के सायन, केईएम और नायर अस्पतालों के डॉक्टर विरोध प्रदर्शनों में भाग ले रहे हैं, जो पिछले हफ्ते प्रतीकात्मक रूप से ड्यूटी पर काले बैज पहनकर शुरूआत की थी. अगस्त 2020 में कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन में बढ़ोत्तरी पर महाराष्ट्र सरकार ने प्रति माह 10,000 रुपये के बढ़े हुए वजीफे के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. रेजिडेंट डॉक्टरों ने मांग की है कि स्टाइपेंड एरियर को पूरी तरह से मंजूरी देनी चाहिए और कोविड की ड्यूटी के लिए दिए गए प्रोत्साहन के साथ समायोजित नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि बीएमसी ने योजना बनाई है.

अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है, तो महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) के एक बयान के अनुसार, डॉक्टरों ने सोमवार से ऑन-ड्यूटी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करने की योजना बनाई है. आईएएनएस द्वारा बार-बार के प्रयासों के बावजूद, बीएमसी के शीर्ष अधिकारी शुक्रवार को 10 मई से भूख हड़ताल के एमएआरडी के अल्टीमेटम पर टिप्पणी करने के लिए मौजूद नहीं थे.

वही महाराष्ट्र में कोरोना मामलों की संख्या अब 48 लाख के पार, राज्य में अब तक कुल मामले पहुँचे 48,80,542 पर. तो राज्य में कूल 72662 लोगों की कोरोना से मौत. पिछले 24 घंटो में 57,640 नए मामले सामने आए वहीं 920 लोगों की हुई मौत. एक दिन में 57,006 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया, तो वहीं मुम्बई शहर में एक दिन में 3882 नए मामले आए सामने तो 77 लोगों की हुई मौत. कोरोना की दूसरी लहर में महाराष्‍ट्र राज्‍य कोविड 19 से प्रभावित राज्‍यों में नंबर वन पर है. यहां कोरोना की रफ्तार थमने का नाम ही ले रही. बुधवार को महाराष्‍ट्र में कोरोना ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए और एक दिन में 920 लोगों की मौत हो गयी. एक दिन में महाराष्‍ट्र में हुई कोरोना मौत का सर्वाधिक रिकार्ड है.