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शिवसेना-एनसीपी में खिचड़ी पकने के बीच इस रणनीति पर काम कर रही बीजेपी, दो दिन और...

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) और एनसीपी (NCP) में खिचड़ी पकने की खबरों के बीच बीजेपी (BJP) की ओर से खबर है कि वह दो दिन और खामोश रहेगी. दो दिन बाद बीजेपी अपनी रणनीति साफ करेगी.

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Sunil Mishra
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शिवसेना-एनसीपी में खिचड़ी पकने के बीच इस रणनीति पर काम कर रही बीजेपी, दो दिन और...

शिवसेना-एनसीपी में खिचड़ी पकने के बीच इस रणनीति पर काम कर रही बीजेपी( Photo Credit : फाइल फोटो)

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महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) और एनसीपी (NCP) में खिचड़ी पकने की खबरों के बीच बीजेपी (BJP) की ओर से खबर है कि वह दो दिन और खामोश रहेगी. दो दिन बाद बीजेपी अपनी रणनीति साफ करेगी. इस बीच शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं और विधानभवन के कैंपस में स्‍टेज बनाए जा रहे हैं और शामियाना व कुर्सियां लगाई जा रही हैं. हालांकि यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि सरकार कौन बनाएगा और मुख्‍यमंत्री कौन बनेगा. दूसरी ओर, शिवसेना की ओर से बीजेपी के खिलाफ तल्‍ख बयानबाजी का दौर जारी है. शिवसेना के वरिष्‍ठ नेता संजय राउत (Sanjay Raut) टि्वटर पर बीजेपी के खिलाफ आग उगल रहे हैं, वहीं सामना में बीजेपी को लेकर भी तंज कसे गए हैं.

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बीजेपी अभी बातचीत शुरू करने के लिए शिवसेना की ओर देख रही है. बीजेपी को उम्‍मीद है कि 4 और 5 नवंबर के बाद शिवसेना फिर से बातचीत शुरू करेगी, क्योंकि तब तक कांग्रेस और एनसीपी का रुख साफ हो चुका होगा.

4 नवंबर यानी सोमवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी अध्‍यक्ष शरद पवार के बीच मुलाकात होगी. इस मुलाकात में महाराष्‍ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की ओर से रुख स्‍पष्‍ट होने की उम्‍मीद है. बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद ही सोनिया गांधी और शरद पवार की ओर से शिवसेना को समर्थन देने को लेकर आधिकारिक रुख सामने आएगा.

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दूसरी ओर, शिवसेना नेता संजय राउत का रविवार को दिया गया बयान बीजेपी को परेशानी में डालने वाला है. राउत ने दावा किया है कि शिवसेना के पास 170 विधायकों का समर्थन है, जो 175 तक पहुंच सकता है. विधानसभा में अभी शिवसेना के पास 56 विधायक हैं तो कांग्रेस के पास 44 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के पास 54 विधायक हैं. निर्दलीय विधायकों की संख्या मिला दिया जाए तो आंकड़ा 170 तक पहुंचता है.

बीजेपी की परेशानी शिवसेना का ही बयान नहीं है. एनसीपी की ओर से नवाब मलिक ने कहा है कि अगर शिवसेना कहती है कि उनका मुख्यमंत्री बनेगा तो यह बिल्कुल मुमकिन है. शिवसेना अपना रुख स्‍पष्‍ट करे तो हम भी हम भी अपनी भूमिका बता देंगे. हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि फिलहाल हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है, जिसके लिए हम तैयार हैं.

Source : न्‍यूज स्‍टेट ब्‍यूरो

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