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ठाणे के बाद अब पालघर जिला में भी पोल्ट्री फार्म में मिला बर्ड फ्लू का मामला

वसई-विरार में बर्ड फ्लू का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिला विभाग ने बताया कि पिछले सप्ताह अर्नाला और वसई के कुछ हिस्सों में 800 से अधिक मुर्गियों की अचानक मौत के कारण मृत मुर्गियों के नमूने जांच के लिए केंद्रीय प्रयोगशाला भेजे गए हैं.

Updated on: 19 Feb 2022, 11:08 PM

नई दिल्ली:

वसई-विरार में बर्ड फ्लू का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिला विभाग ने बताया कि पिछले सप्ताह अर्नाला और वसई के कुछ हिस्सों में 800 से अधिक मुर्गियों की अचानक मौत के कारण मृत मुर्गियों के नमूने जांच के लिए केंद्रीय प्रयोगशाला भेजे गए हैं. इसी तर्ज पर अर्नाला क्षेत्र में 1200 मुर्गियों को मारकर जमीन में गाड़ने के आदेश जारी किए गए हैं. वसई में बर्ड फ्लू का प्रकोप बढ़ गया है और पोल्ट्री के व्यापारियों में चिंता बढ़ गई है. पिछले एक हफ्ते में शहर के विभिन्न हिस्सों में अज्ञात कारणों से कई मुर्गियां बड़ी संख्या में मर रही हैं.  

विरार के अर्नाला, भंडार अली, अगाशी और वाघोली इलाकों में तीन दिन में अचानक 415 से ज्यादा मुर्गी की मौत हो गई. पशुपालन विभाग द्वारा मृत मुर्गियों के नमूने जांच के लिए पुणे के मेडिकल कॉलेज भेजे गए हैं. पुणे कॉलेज ने बताया कि इन मुर्गियों की मृत्यु किसी प्रकार के संक्रामक बुखार के कारण हुई थी. इसके बाद उन्हें आगे की जांच के लिए भोपाल मेडिकल कॉलेज भेजा गया. बाद में भोपाल मेडिकल कॉलेज ने कहा कि मुर्गियों की मौत बर्ड फ्लू से हुई है. 

इसके बाद प्रशासनिक विभाग ने क्षेत्र में जांच शुरू किया. इस दौरान अर्नाला के एक पोल्ट्री फार्म में 1200 संदिग्ध मुर्गियां मिलीं. उन्हें तुरंत मारने का आदेश दिया गया है. इससे पहले, यह बताया गया था कि ठाणे जिला के शाहपुर तालुका में बर्ड फ्लू फैल गया था. अधिकारी के अनुसार, 15,000 से अधिक मुर्गियां मार दी गईं. बर्ड फ्लू से पोल्ट्री व्यवसाय संकट में है. मृत मुर्गियों में गांव की मुर्गियां और कुछ मुर्गियां शामिल हैं. जिला पशुपालन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे डरें नहीं और मुर्गियों को जैव सुरक्षित वातावरण में रखें और साथ ही कुक्कुट व्यवसायी भी सावधान रहें.