बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. सोमवार को दिल्ली में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला की अगुवाई में एक अहम बैठक हुई. इसमें प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्द्धन सपकाल, पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले, सांसद राजनी पाटिल समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
कांग्रेस की रणनीति क्या होनी चाहिए
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में विशेष तौर पर इस बात पर चर्चा हुई कि अगर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (राज ठाकरे) एक साथ गठबंधन बनाकर बीएमसी चुनाव लड़ते हैं, तो कांग्रेस की रणनीति क्या होनी चाहिए.नेताओं ने इस पर सहमति जताई कि ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस एकला चलो यानी अकेले मैदान में उतरने का विकल्प खुला रखेगी. हालांकि इस संबंध में अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान ही लेगा.
उम्मीदवारों के चयन की प्राथमिकता पर भी चर्चा
बैठक में बीएमसी चुनाव को लेकर सीटों के गणित, संगठनात्मक मजबूती और उम्मीदवारों के चयन की प्राथमिकता पर भी चर्चा की गई. ध्यान देने वाली बात है कि बीएमसी देश का सबसे बड़ा और सबसे समृद्ध निकाय है. इसका 2025-26 का वार्षिक बजट 74,366 करोड़ रुपये है. ये भारत के कई छोटे राज्यों के बजट से भी ज्यादा है. यही वजह है कि कांग्रेस इस चुनाव को बेहद गंभीरता से लेते हुए हर स्तर पर अपनी रणनीति मजबूत करने में जुट गई है.