महाराष्ट्र में बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी के अजित पवार ने मिलकर सरकार बना ली है. देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह जहां सीएम पद की शपथ ली, तो वहीं अजित पवार डिप्टी सीएम बन गए. तबसे एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) अजित पवार (Ajit Pawar) से नाराज हैं. राकांपा से बगावत करने के बाद शरद पवार ने अजित पवार पर बड़ी कार्रवाई की है.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार की ओर से बुलाई गई विधायकों की मीटिंग में अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया. उनकी जगह जयंत पाटिल को विधायक दल का नया नेता चुना गया है. विधिमंडल दल के नेता के अधिकार जयंत पाटिल को दिए हैं, जो एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. हालांकि, यह अस्थायी व्यवस्था है. बताया जा रहा है कि बीजेपी के सपोर्ट में जाने और विधायकों को तोड़ने के आरोप में एनसीपी ने अजित पवार पर यह कार्रवाई की है.
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार शाम को एनसीपी विधायक दल की मीटिंग बुलाई थी. इस बैठक में एनसीपी एनसीपी नेता धनंजय मुंडे भी पहुंचे, जोकि सुबह अजित पवार के साथ थे. सूत्रों का कहना है कि एनसीपी के 36 विधायक वाईबी सेंटर पहुंचे हैं. अभी और भी विधायकों के पहुंचने की उम्मीद है.
बता दें कि पिछले दिनों अजीत पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया था. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने बताया था कि विधानसभा चुनाव जीतकर आए विधायकों ने अजीत पवार को सर्वसम्मति से अपना नेता चुना है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो