लोगों को छूट मिलते ही एक बार फिर कोरोना वायरस (Corona Virus) ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) आने के बाद महाराष्ट्र में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए महाराष्ट्र के इन जिलों में एक बार फिर से लॉकडाउन (Lockdown in Maharashtra) लगा दिया है. एक जिले में सिर्फ एक दिन का लॉकडाउन लगाया है. जिलाधिकारी ने लॉकडाउन का फैसला लिया है. बाकी जिलों में रविवार को अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सब कुछ बंद रहेगा.
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले को लेकर महाराष्ट्र के अमरावती, यवतमाल और अकोला में फिर लॉकडाउन लगा दिया गया है. अमरावती में सिर्फ एक दिन का लॉकडाउन लगाया गया है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते जिलाधिकारी ने यह फैसला लिया है. रविवार को अत्यावश्यक सेवाओ को छोड़कर सब बंद रहेगा. राज्य सरकार ने जिलाधिकरियों पर लॉकडाउन लगाने का फैसले छोड़ दिया. यवतमाल ,अमरावती और अकोला में कोरोना संक्रमण पिछले दिनों काफी बढ़ गया है.
अमरावती के डीएम शैलेश नवल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने एक दिन का लॉकडाउन लागू करने का फैसला लिया है. शनिवार रात 8:00 बजे से लेकर रविवार पूरे दिन और सोमवार को सवेरे 7:00 बजे तक लॉकडाउन लगाया गया है. फिलहाल, एक दिन का लॉकडाउन लगाया गया है और लोगों से अपील है कि वह सख्ती से नियमों का पालन करें वरना भविष्य में और भी कठिन कदम उठाया जाएगा.
आपको बता दें कि इससे पहले मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर (Mayer Kishori Pednekar) ने कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर कहा कि लोग अगर दिशा निर्देशों का पालन नहीं करेंगे तो मजबूरी में फिर लॉकडाउन लगाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. लोकल ट्रेनों में यात्रा करते समय ज्यादातर यात्री मास्क नहीं लगा रहे हैं. लोकल ट्रेनों में भीड़ होने के बाद भी लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं. लोगों को अभी भी कोरोना वायरस के नियमों का पालन करना चाहिए.
मेयर किशोरी पेडनेकर (Mayer Kishori Pednekar) ने आगे कहा था कि अगर लोग कोरोना के नियमों (Corona Rules) का पालन नहीं करेंगे तो हम एक और लॉकडाउन की तरफ आगे बढ़ेंगे. मुंबई में फिर से लॉकडाउन को लागू किया जाए या नहीं यह लोगों के हाथ में है. पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए केसों की संख्या में काफी कम हो गई थी. केरल ऐसा प्रदेश था जहां सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे थे, लेकिन महाराष्ट्र ने फिर से केरल को पीछे छोड़ दिया है.
Source : News Nation Bureau