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आरे में पेड़ कटाई के खिलाफ याचिका, सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच आज करेगी सुनवाई

मुंबई (Mumabi) के आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड के लिए पेड़ों की कटाई का मामला अब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (CJI Ranjan gogoi) तक पहुंच गया है.

Updated on: 06 Oct 2019, 11:53 PM

नई दिल्ली:

मुंबई (Mumabi) के आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड के लिए पेड़ों की कटाई का मामला अब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (CJI Ranjan gogoi) तक पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट ने आरे कॉलोनी (Aarey matter) में पेड़ की कटाई पर संज्ञान लिया है. छात्रों द्वारा मामले में हस्तक्षेप करने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजे जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की विशेष बेंच 7 अक्टूबर को इस मामले में सुनवाई करेगी. 

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छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को आरे में पेड़ों के काटे जाने के खिलाफ याचिका दायर की. उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को अपने विशेषाधिकारों का इस्तेमाल करते हुए मामले में तुरंत सुनवाई करनी चाहिए और पेड़ों के काटने पर रोक लगानी चाहिए. इस पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच सुबह 10 बजे इस मामले में सुनवाई करेगी. 

लॉ स्टूडेंट रिशव ने यह याचिका दायर की है. उन्होंने कहा कि पेड़ों को काटने से रोकने की लड़ाई में अभी हार नहीं हुई है. उन्होंने पेड़ों को बचाने के शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के बयान को दिखावा करार दिया है. चीफ जस्टिस की कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले छात्रों के प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि इस मामले में अपील करने के लिए समय नहीं है. लिहाजा चीफ जस्टिस से गुहार लगाई गई है.

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छात्रों ने सीजेआई को लिखे पत्र में अर्जेंट पिटीशन पर सुनवाई की गुहार लगाते हुए कहा है कि 4 अक्टूबर से गैरकानूनी तरीके से पेड़ों का काटा जा रहा है. शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने वालों को हिरासत में ले लिया गया है. वे आज तक ऐसा कर रहे हैं. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान लेते हुए सोमवार को सुनवाई करने का आदेश दिया है.

बता दें बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से मुंबई की आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने वाली सभी याचिकाओं को खारिज करने के बाद शुक्रवाद देर रात से पेड़ काटने का काम भी शुरू हो गया. इसके विरोध में प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए और मेट्रो रेल साइट पर नारेबाजी की. आरे की तरफ जाने वाली सभी सड़कों पर पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए हैं. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. लोगों को इकट्ठा नहीं होने दिया जा रहा है. इससे पहले विरोध प्रदर्शन कर रहीं शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.